पुरुषोत्तम पात्र, गरियाबन्द। सड़क दुर्घटना की वजह से होने वाली मौतों को देखते हुए गरियाबंद पुलिस ने नायाब पहल की है. दुर्घटनाजन्य क्षेत्रों के समीप स्थित गांवों में ‘गुड सेमेरिटन’ नियुक्त किए जाएंगे, जो दुर्घटना होने पर घायलों की त्वरित मदद करेंगे, जिससे उनका जीवन बचाया जा सके.

गरियाबंद जिले में बीते तीन महीनों में 70 सड़क दुर्घटना में 25 लोगों की मौत हुई है, वहीं 107 लोग घायल हुए हैं. आंकड़ों को देखते हुए सड़क दुर्घटना में किसी की जान न जाये उसके लिए अब जिला पुलिस मिशन जीवन रक्षक चला रही है. अभियान की कमान स्वयं पुलिस कप्तान जेआर ठाकुर संभाले हुए हैं. अभियान के तहत दुर्घटनाजन्य व सम्भावित घटना स्थल के आसपास स्थित गांव में 5 ऐसे सक्रिय व्यक्तियों का चयन किया जा रहा है, जो स्व:स्फूर्त सूचना मिलते ही घटना स्थल पर घायलों की मदद करने के साथ पुलिस से तत्काल समन्वय स्थापित कर घायल व प्रशासन के बीच सेतु का काम करेंगे. ऐसे समाजसेवियों का चयन करने पुलिस कप्तान ने देवभोग के अलावा अमलीपदर व इन्दागांव थाना क्षेत्र के ग्रामीण व पंचायत प्रतिनिधियों के साथ बैठक की. बैठक में डीएसपी निशा सिन्हा, एसडीओपी अनुज गुप्ता के अलावा तीन थाना के थाना प्रभारी भी मौजूद थे.

गुड सेमेरिटन का नाम होगा चस्पा

एसपी ठाकुर ने ग्रामीणों से बैठक में चर्चा के दौरान बताया कि चयनित प्रत्येक स्थलों के पास एक बोर्ड लगेगा, जिसमें पुलिस अफसरों के अलावा निकटतम गांव के उन 5 व्यक्तियों के नाम व मोबाइल नम्बर लिखा होगा. घटना की जानकारी लगते ही पुलिस या एम्बुलेंस पहुंचने से पहले ये गुड सेमेरिटन काम करेंगे. यह काम समाज सेवा से जुड़ा हुआ है, जिसके लिए मानदेय नहीं मिलेगा, लेकिन समाज व प्रशासन से ऐसे देवदूतों का हमेशा सम्मान होगा. गुड सेमेरिटन का चयन सप्ताहभर के भीतर हो जाएगा, जिसके बाद बोर्ड में नाम भी चस्पा हो जाएगा. गुड सेमेरिटन का अपना ड्रेस कोड भी होगा. पुलिस इन्हें फ़ास्ट ट्रेक उपचार का प्रशिक्षण व किट भी उपलब्ध कराएगी. ये व्यक्ति लगातार पुलिस अफसरों के सम्पर्क में रहेंगे.

कानूनी झमेले के भ्रम को किया दूर

अक्सर लोग दुर्घटना से इसलिए दूरी बना लेते हैं, क्योंकि उन्हें इस बात का डर होता है कि गवाही में नाम आने के बाद वे कानूनी झमेले में फंस जाएंगे, कोर्ट का चक्कर लगाना पड़ सकता है. कप्तान ने इस भ्रम को दूर करते हुए कहा कि ये बात अब बीते दिनों की हो गई है. सुप्रीम कोर्ट का हवाला देकर उन्होंने कहा कि मददगार लोगों का नाम रिकार्ड में नहीं आएगा, इसलिए सड़क दुर्घटना में घायलों की मदद के लिए निःसंकोच होकर आगे आए.

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नारी शक्ति अभियान में बनेंगे सहयोगी

एसपी ठाकुर ने कहा कि चयनित 5 व्यक्ति गांव में पुलिस का प्रतिनिधित्व करेंगे. वे एक सजग प्रहरी की भूमिका में होंगे, जो दुर्घटना में मदद के अलावा ऑनलाइन ठगी, चिट फंड के खिलाफ और नारी शक्ति मिशन में पुलिस के मददगार साबित होंगे. इस अभियान से पुलिस का सूचना तंत्र मजबूत होने के साथ ही कम्यूनिटी पुलिसिंग में मदद मिलेगी.