रायपुर. आज के समय में इंग्लिश (English) एक ऐसी भाषा बन गई है जिसका पूरी दुनिया में सबसे ज्यादा इस्तेमाल किया जाता है. ऐसे में सभी पेरेंट्स अपने बच्चों की इंग्लिश को इंप्रूव करने के लिए उन पर बहुत ध्यान देते हैं.

लेकिन बावजूद इसके कई बार अच्छा रिजल्ट नहीं आ पाता. इसका सबसे बड़ा कारण है कि हमारे घरों में हिंदी भाषा ज्यादा बोली जाती है, क्योंकि ये हमारी मदर टंग है जो सबसे ज्यादा बोली जाती है इस वजह से इंग्लिश (English) की प्रैक्टिस नहीं हो पाती. इसलिए स्कूल से लेकर कॉलेज तक में हर जगह अंग्रेजी भाषा को सुधारने के लिए कई प्रयास किए जा रहे हैं. आज हम आपको कुछ ऐसे टिप्स बताएंगे जिसकी Help से आप बच्चों को घर में इंग्लिश की प्रैक्टिस करवा सकते हैं.

बच्चों को English शो और मूवी दिखाएं

अगर आप ये समझते हैं कि सिर्फ इंग्लिश बुक पढ़ने और रटने से ही आप या आपके बच्चे इंग्लिश में परफेक्ट बन सकते हैं तो ये गलतफहमी है. दरअसल किसी भी चीज को रटने से उसमें परफेक्शन नहीं आ सकती. ऐसे में जरूरी है कि किसी भी चीज को सीखने के लिए उसमें इंटरेस्ट आए. इसके लिए आप अपने बच्चों को इंग्लिश में कार्टून और मूवी दिखाएं. ताकी वो बड़ी ही आसानी से इस भाषा को सीख सके. अगर आपके बच्चे छोटे हैं तो आप उन्हें इंग्लिश में राइम्स सुनाएं और दिखाएं इससे वो बहुत जल्दी अंग्रेजी सीख सकते हैं.

English का माहौल बनाएं

ये सच है कि इंग्लिश भाषा ने बहुत तेजी से पूरी दुनिया में अपने पैर पसार लिए हैं. लेकिन आज भी बहुत से ऐसे लोग हैं जो इस भाषा से डरते हैं और दूर भागते हैं. इसका सबसे बड़ा कारण हैं कि हमारे आसपास इंग्लिश का माहौल नहीं है. अगर आप चाहते हैं कि आपका बच्चा इंग्लिश में परफेक्ट बने तो आपको भी इसके लिए मेहनत करनी पड़ेगी. अपने बच्चे के लिए ऐसा माहौल बनाएं कि ज्यादा से ज्यादा इंग्लिश बोली जाए.

वर्ड रिपीट करने के लिए बोलें

आप अपने बच्चे को इंग्लिश के ज्यादा से ज्यादा वर्ड रिपीट करने के लिए बोलें. इससे उनका कॉन्फिडेंस लेवल बढ़ेगा और साथ में शब्दकोश का भंडार भी बढ़ेगा.

बच्चे को बार-बार न रोकें

इस बात को जान लें कि अगर कोई किसी चीज को सीखता है तो शुरुआत में गलती होना आम बात है. जब बच्चा लर्निंग फेस में हो तो उसकी बात को सुनते समय बार-बार न रोकें और उसकी बात पूरी होने पर बड़े आराम से समझाते हुए गलती के बारे में बताएं. वरना बच्चे का कॉन्फिडेंस लेवल लो हो जाता है.