रायपुर. देशभर के सरकारी बैंकों के करीब 10 लाख कर्मचारी आज फिर हड़ताल पर है. बैंक कर्मचारी संगठनों ने विजया बैंक और देना बैंक के बैंक ऑफ बड़ौदा में प्रस्तावित विलय और वेतन संबंधी समझौते में देरी का विरोध कर रहे हैं. छत्तीसगढ़ में करीब 15 हजार से ज्यादा अधिकारी और कर्मचारी हड़ताल पर है. जिसके कारण देशभर में बैंकिंग सेवाएं प्रभावित हैं, एक सप्ताह से कम समय में बैंकों में यह दूसरी हड़ताल है.

कर्मचारी राजधानी में केंद्र सरकार के खिलाफ की नारेबाजी कर रहे हैं. हड़ताल के चलते ट्रांजेक्शन पर प्रभाव पड़ रहा है. वहीं बैंक बंद होने के कारण आम लोगों को काफी परेशानी हो रही है. इस संबंध में बैंक के अधिकारी और कर्मचारियों का कहना है कि बैंक ऑफ बड़ौदा, विजया बैंक, देना बैंक यानी तीनों बैंको के विलय से कर्मचारी प्रभावित होंगे. सरकार बातों को नहीं सुन रही है, इसलिए आज हम इस मुद्दे को लेकर हड़ताल पर है.

उन्होंने कहा कि देशभर में बैंक कर्मचारियों का इसका विरोध हो रहा है. इनका कहना है कि हमारी हड़ताल के कारण लोगों को परेशानी हो रही है इसके लिए हम क्षमा मांगते है. सरकार द्वारा लिए गए निर्णय का विरोध करते है. ऐसा निर्णय लेना बैंक के अधिकारी और कर्मचारियों के साथ धोखा है. भारत के लोगों के साथ धोखा हो रहा है. सरकार को कोई हक नहीं है कि कोई जनता से पूछे इस प्रकार की एकतरफा निर्णय ले रही है. विलय से आम लोगों और अधिकारियों कर्मचारियों को परेशानी होगी.

बता दें कि बैंक कर्मचारी संगठनों ने विजया बैंक और देना बैंक के बैंक ऑफ बड़ौदा में प्रस्तावित विलय और वेतन संबंधी समझौते में देरी के विरोध में देशव्यापी हड़ताल का आह्वान किया है.