पुरी : सुना बेश के एक दिन बाद पुरी में सोमवार को प्राचीन और पूजनीय “अधर पाना अनुष्ठान” मनाया जाएगा। यह महाप्रभु को एक पवित्र पेय चढ़ाने का अनुष्ठान है।
आषाढ़ शुक्ल पक्ष द्वादशी को मनाए जाने वाले इस समारोह में भगवान जगन्नाथ, देवी सुभद्रा और भगवान बलभद्र को मीठा, मसालेदार पना(sarbat) चढ़ाया जाता है, जो सिंह द्वार के पास अपने भव्य रथों पर बैठे होते हैं। कुंभारपाड़ा के कारीगरों द्वारा तैयार किए गए बड़े टेराकोटा बर्तनों में दूध की मलाई, चीनी, केले, पनीर, मसाले और जड़ी-बूटियों का भरपूर मिश्रण भरा जाता है और देवताओं के होठों के पास रखा जाता है, जो दिव्य ताज़गी का प्रतीक है।
सुपाकरों द्वारा पनिया अपाता सेवकों द्वारा खींचे गए पानी का उपयोग करके तैयार किया गया यह पेय पूजापंडा और पत्रीबाडू सेवकों सहित कई मंदिर सेवकों द्वारा पेश किया जाता है। इसके बाद बर्तनों को औपचारिक रूप से तोड़ा जाता है, ऐसा माना जाता है कि इससे फंसी हुई आत्माएं मुक्त हो जाती हैं और रथों को शुद्ध किया जाता है, जिनकी रक्षा अदृश्य दिव्य रक्षक करते हैं जिन्हें रथ रक्षक के रूप में जाना जाता है।

भक्ति और प्रतीकात्मकता से भरी यह पवित्र परंपरा, वार्षिक रथ यात्रा उत्सव का एक महत्वपूर्ण हिस्सा बनी हुई है, जो इसकी भव्य सुंदरता को देखने के लिए हजारों भक्तों और तीर्थयात्रियों को आकर्षित करती है।
- Big Breaking: गोपाल खेमका की हत्या करने वाला शूटर गिरफ्तार, पटना पुलिस को मिली बड़ी सफलता
- बीजद नेता लेखाश्री ने की भाजपा विधायक के खिलाफ कार्रवाई की मांग, खटखटाया महिला आयोग का दरवाजा
- ‘आओ बिहार, पटक-पटककर मारेंगे..’ भाषा विवाद पर निशिकांत दुबे का ठाकरे बंधुओं पर फूटा गुस्सा, उद्धव ठाकरे ने कह दिया ‘लकड़बग्घा’
- एकलव्य विद्यालय में समस्याओं का अंबार : स्कूल में न पीने का पानी न बिजली, खेल मैदान भी नहीं, पैदल कलेक्ट्रेट पहुंचकर बच्चों ने बताई पीड़ा
- जबलपुर में NSUI का अनोखा प्रदर्शन: पेपरों की माला पहनकर पहुंचे रानी दुर्गावती विश्वविद्यालय, लगाए ये आरोप