दिल्ली। आज से ठीक छत्तीस साल पहले मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल में सन 1984 में भीषण गैस त्रासदी हुई थी। आज इस त्रासदी का दंश पूरी पीढ़ी भुगत रही है।
दरअसल दो दिसंबर की रात को भोपाल की यूनियन कार्बाइड कारखाने से खतरनाक गैस का रिसाव होने लगा। हादसा इतना भयानक था कि अब भी भोपाल की जेपी नगर व उसके आसपास की कई बस्तियों में तमाम तरह की बीमारियों से ग्रसित बच्चे पैदा हो रहे हैं। भोपाल गैस कांड में यूनियन कार्बाइड कारखाने से जहरीली गैस मिथाइल आइसो साइनाइट रिसी थी। उस हादसे में हजारों लोगों की मौत हुई थी और लाखों प्रभावित हुए थे।
इस मौके पर देशभर में तमाम तरह के कार्यक्रम आयोजित किए जा रहे हैं। उधर भोपाल के गैस पीड़ितों का कहना है कि दुनिया के लिए भोपाल गैस कांड भले ही 36 साल पुराना हो गया है लेकिन हमारे घर आज भी इस पीड़ा को झेल रहे हैं। हमारे बच्चे कमजोर पैदा हो रहे हैं और उन्हें कई तरह की दिक्कतें हो रही हैं। भोपाल के जेपी नगर के आसपास की बस्तियों में सैकड़ों बच्चे पीढ़ी-दर-पीढ़ी कमजोर व बीमार पैदा हो रहे हैं। जो इस त्रासदी की लोगों को आज भी याद दिलाती है।