आज मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल की याचिका पर हाईकोर्ट में सुनवाई होगी. मनी लॉन्ड्रिंग मामले में CM केजरीवाल ने अपनी गिरफ्तारी के खिलाफ याचिका दायर की है. इसके बाद हाईकोर्ट ने ईडी से जवाब मांगा था.  

कोर्ट में ED ने अपने जवाब में बताया कि आप ने अरविंद केजरीवाल के जरिए मनी लॉन्ड्रिंग की है और यह अपराध PMLA की धारा 70 के तहत आता है. ईडी की ओर से जवाब में कहा गया कि आप को शराब घोटाले से आए रुपयों का सबसे ज्यादा लाभ मिला. इन पैसों में से लगभग 45 करोड़ रुपये की नकदी का उपयोग गोवा विधानसभा चुनाव 2022 के दौरान आप के चुनाव अभियान में किया गया है.

मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल का वजन जेल में तेजी से घट रहा है. आम आदमी पार्टी सूत्रों ने यह दावा किया है. सूत्रों का कहना है कि गिरफ्तारी के बाद से अब तक साढ़े चार किलो वजन कम हुआ हो गया है. यह भी बताया गया है कि तेजी से गिरते वजन पर डॉक्टर्स ने चिंता जताई है.

इससे पहले केजरीवाल का शुगर लेवल भी कम होने की बातें सामने आईं. जेल सूत्रों के हवाले से पीटीआई ने मंगलवार को खबर दी कि केजरीवाल को जब सोमवार को पहली बार तिहाड़ लाया गया तो मेडिकल परीक्षण में उनका शुगर लेवल 50 से कम पाया गया. डॉक्टरों की सलाह पर उन्हें दवा दी गई. ईडी रिमांड के दौरान भी उनका शुगर लेवल कम था.

जेल प्रशासन का कहना है कि केजरीवाल के स्वास्थ्य का पूरा ध्यान रखा जा रहा है. उनके स्वास्थ्य की लगातार जांच कराई जा रही है. डायबिटीज की दवा और इस पर निगरानी के लिए मशीन भी उन्हें साथ रखने की इजाजत दी गई है. केजरीवाल के स्वास्थ्य को ध्यान में रखकर ही उन्हें घर का खाना खाने की इजाजत भी कोर्ट ने दी थी. केजरीवाल का लंच और डिनर उनके घर से पहुंचाया जा रहा है.

21 मार्च को अरविंद केजरीवाल को गिरफ्तार किया था. वह 10 दिनों तक ईडी की रिमांड पर रहे और सवालों का सामना किया. 1 अप्रैल को कोर्ट ने उन्हें 14 दिन की न्यायिक हिरासत में भेज दिया. ऊपरी अदालत से जमानत नहीं मिली तो केजरीवाल को कम से कम 15 अप्रैल तक जेल में रहना पड़ेगा. पहला मौका है जब मुख्यमंत्री को पद पर रहते हुए जेल जाना पड़ा है. तिहाड़ में जेल नंबर 2 में अरविंद केजरीवाल को रखा गया है.