रायपुर। 5 जुलाई को लगने वाला चंद्र ग्रहण भारत में नहीं है. यह भारत में नहीं दिखाई देगा. इसलिए इस ग्रहण का सूतक काल भारत में नहीं लगेगा. आप अपना दैनिक पूजन-पाठ जारी रख सकते हैं. वैसे भी उपछाया चंद्र ग्रहण में सूतक काल नहीं माना जाता है. इसलिए चंद्रग्रहण के सूतक काल का कोई बुरा असर नहीं पड़ेगा.

यह चंद्र ग्रहण यूरोप, अमेरिका, ऑस्ट्रेलिया, पैसिफिक और अंटार्टिका में दिखाई देगा. यह उपछाया चंद्रग्रहण है. भारतीय समयानुसार चंद्रग्रहण सुबह 8 बजकर 37 मिनट पर लगेगा और 9 बजकर 59 मिनट पर चंद्र ग्रहण अपने चरम पर होगा. दो घंटे 43 मिनट की अवधि तक रहने के बाद यह चंद्रग्रहण 11 बजकर 22 मिनट पर समाप्त हो जाएगा.

5 जुलाई को लगने वाला चंद्र ग्रहण एक महीने के अंदर लगने वाला तीसरा ग्रहण है. इससे पहले 5 जून को चंद्र ग्रहण और 21 जून को सूर्य ग्रहण लगा था. अब 5 जुलाई को फिर चंद्र ग्रहण लगने जा रहा है. माना जा रहा है कि इस चंद्र ग्रहण के प्रभाव से प्राकृतिक आपदाओं का सामना करना पड़ सकता है.

गुरु पूर्णिमा महापर्व 5 जुलाई रविवार को है. आषाढ़ मास शुक्ल पक्ष में पूर्णिमा के दिन गुरु पूर्णिमा का त्योहार मनाया जाता है. भगवान नारायण के 24 अवतारों में भगवान महर्षि वेद व्यास का अवतरण भी आषाढ़ माह की पूर्णिमा के दिन हुआ था. इन्होंने चारों वेदों, 18 पुराण एवं महाभारत की रचना की. इस कारण उनका नाम वेद व्यास हो गया। आदियोगी भगवान शिव सप्तऋषियों को योग का ज्ञान देकर स्वयं को आदि गुरु के रूप में स्थापित किया। इसदिन अपने गुरुदेव की भी पूजन करें.माता पिता के सम्मान से प्रसन्न होते हैं गुरु इसलिए अपने माता-पिता की खूब सेवा करिये उनका ख्याल रहिए.

संजय चौधरी श्री फलित ज्योतिष रायपुर 9977567475