अयोध्या. रामनगरी में बृहस्पतिवार का दिन इतिहास बनेगा. मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में प्रदेश सरकार की कैबिनेट पहली बार एक साथ रामलला के चरणों में होगी. वहीं अयोध्या में पहली बार कैबिनेट बैठक का आयोजन कर सरकार सांस्कृतिक राष्ट्रवाद के एजेंडे को धार भी देगी.

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ बृहस्पतिवार सुबह 11 बजे अयोध्या स्थित रामकथा पार्क पहुंचेंगे. उनके नेतृत्व में मंत्रिमंडल के सभी सदस्य हनुमानगढ़ी में दर्शन पूजन करेंगे. इसके बाद श्री राम जन्मभूमि परिसर का पूजन एवं श्री रामलला विराजमान मंदिर में दर्शन एवं पूजन करेंगे. मुख्यमंत्री के साथ सरकार के मंत्री दीपोत्सव की तैयारियों का जायजा भी लेंगे.

कैबिनेट बैठक में सरकार के दो दर्जन से ज्यादा वरिष्ठ मंत्री मौजूद रहेंगे. मुख्य सचिव दुर्गाशंकर मिश्र के साथ सभी प्रमुख विभागों के अपर मुख्य सचिव एवं प्रमुख सचिव भी उपस्थित रहेंगे. पुलिस महानिदेशक विजय कुमार और निदेशक सूचना शिशिर भी मौजूद रहेंगे. सूचना निदेशक भी अयोध्या में मौजूद रहेंगे.

उल्लेखनीय है कि वर्ष 2019 में कुंभ मेला के दौरान प्रयागराज में भी मंत्रिपरिषद की बैठक की गयी थी. तब मंत्रिमंडल के सभी सदस्यों ने संगम में पुण्य स्नान भी किया था. इसके अलावा वाराणसी में भी कैबिनेट की बैठक हो चुकी है.

विधानमंडल का शीतकालीन सत्र का 28 नवंबर से आयोजन किया जा सकता है. सत्र चार से पांच दिन संचालित हो सकता है. सरकार अनुपूरक बजट पेश करने के साथ अन्य कई विधेयक भी पेश करेगी. कैबिनेट बैठक में विधानमंडल के सत्र आहूत करने का प्रस्ताव भी मंजूर हो सकता है.

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अयोध्या में 9 नवंबर 1989 को श्रीराम जन्मभूमि पर मंदिर निर्माण के लिए शिलान्यास हुआ था. सर्वोच्च न्यायालय में सालों तक चले राम जन्म भूमि विवाद का फैसला भी 9 नवंर 2019 को ही श्रीरामलला के पक्ष में आया था.