कुंदन कुमार/पटना: राजद विधायक रीत लाल यादव ने आज दानापुर कोर्ट में समर्पण किया और उसके बाद कोर्ट ने उन्हें 14 दिन के लिए न्यायिक हिरासत में भेज दिया है. न्यायिक हिरासत में जाने से पहले उन्होंने मीडिया से बात करते हुए प्रशासन पर कई तरह के आरोप भी लगाए हैं. उन्होंने कहा कि जिस मामले को लेकर प्राथमिकी दर्ज की गई है. वह पूरी तरह से गलत है.
‘मेरा कहीं कोई दोष नहीं है’
राकेश नाम का जो आदमी है, उसने हमें पंचायत के लिए बुलाया था. एक पंचायत हमने किया था और उसी को लेकर के हम पर कई तरह के आरोप लगाए गए हैं. प्राथमिकी दर्ज किया गया है. गरीब आदमी का जमीन लिया जा रहा था, उसे पैसा नहीं दिया जा रहा था. मैं सिर्फ इसका पंचायत किया था. इसके अलावा मेरा कहीं कोई दोष नहीं है.
‘हमारी हत्या करवा देना चाहते थे’
वहीं, उन्होंने आरोप लगाया कि प्रशासन के लोगों ने हमारे विरोधी को एक-47 तक उपलब्ध करा दिया था और कह दिया था कि रीत लाल यादव की हत्या कर देनी है और यह बात हमें पता चल गया और यही कारण है कि हम आज कोर्ट में सरेंडर किए हैं. जेल जाने से पहले रीत लाल यादव ने स्थानीय प्रशासन पर बड़ा आरोप लगाया है और साफ-साफ कहा है कि स्थानीय प्रशासन के लोग विरोधी से मिले हुए हैं और हमारी हत्या करवा देना चाहते थे.
‘प्राइवेट गार्ड की संख्या बढ़ा ली’
आगे उन्होंने कहा कि जब विधानमंडल का सत्र चल रहा था, उसी समय से एक वरीय अधिकारी हमें परेशान करने में लगे थे. हमको जब पता चला की हमारे विरोधी को ak 47 प्रशासन ने उपलब्ध कराया है, तो हमने अपने प्राइवेट गार्ड की संख्या बढ़ा ली. इस पर भी प्रशासन ने सवाल खड़ा कर दिया की आप बिना परमिशन के ऐसा नहीं कर सकते है. वहीं, उन्होंने कहा कि प्रशासन के अधिकारी ने मुझे टारगेट कर इस मामले में फंसाया है.
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