नई दिल्ली। देश में कोरोना वायरस की वजह से सभी कामकाज ठप पड़े हैं, बहुत सारी बातें पहली बार हो रही है, उनमें से एक तथ्य यह भी है कि 167 साल के इतिहास में पहली बार भारतीय सवारी ट्रेनों के पहिए थमे हैं. जी हां, आज ही के दिन सन 1853 को पहली बार मुंबई से ठाणे के बीच सवारी ट्रेन सेवा शुरू हुई थी.
इतिहास के पन्नों को पलटे तो बता चलता है कि 16 अप्रैल 1853 को चलने वाली पहली सवारी ट्रेन ने बंबई के बोरीबंदर से ठाणे के बीच 34 किलोमीटर की लंबी यात्रा की थी. इस रेलगाड़ी को ब्रिटेन से लाए गए तीन भाप इंजन सुल्तान, सिंधु और साहिब ने खींचा था. ट्रेन के 20 डिब्बों की में लगभग 400 यात्रियों ने सफर किया था.
यह ट्रेन दोपहर 3.30 बजे बोरीबंदर (आज का छत्रपति शिवाजी टर्मिनल) से शुरू हुई थी, और शाम 4.45 बजे ठाणे पहुंची. यह ट्रेन भले ही 1953 में चली हो, लेकिन इसके लिए काम 1845 में शुरू हो गया था, जब कलकत्ता में ग्रेट इंडियन पेनिनसुला रेल कंपनी की स्थापना हुई थी. 1850 में इस कंपनी ने मुंबई से ठाणे तक रेल लाइन बिछाने का काम शुरू किया था.