पंजाब सरकार ने राज्य में बढ़ती महंगाई के बीच लोगों को सीधी वित्तीय राहत देने के उद्देश्य से 16 टोल प्लाजाओं को बंद कर दिया है. इससे यात्रियों को रोजाना 58.77 लाख रुपये की बचत हो रही है.


लोक निर्माण मंत्री हरभजन सिंह ईटीओ ने आज एक बयान में कहा कि टोल प्लाजाओं को हटाना पंजाब के लोगों को आर्थिक राहत प्रदान करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है. उन्होंने कहा कि इससे न केवल नागरिकों पर वित्तीय बोझ कम हुआ है बल्कि इन सड़कों पर निर्बाध और बाधा रहित यातायात को भी सुनिश्चित किया गया है.

लोक निर्माण मंत्री ने बताया कि लगभग दो साल पहले सत्ता में आने के बाद से अब तक मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान के नेतृत्व वाली सरकार ने कुल 535.45 किलोमीटर राज्य मार्गों से टोल समाप्त कर दिए हैं.

सम्बंधित सड़कों से टोल हटाए जाने से होने वाली रोजाना राहत के बारे में जानकारी देते हुए लोक निर्माण मंत्री ने कहा कि पटियाला-सामाना रोड पर टोल प्लाजा बंद कर रोजाना औसतन 3.75 लाख रुपये, लुधियाना-मलेरकोटला-संगरूर रोड पर 2 टोल प्लाजाओं को बंद कर 13 लाख रुपये, बलाचौर-गढ़शंकर-होशियारपुर-दसूहा रोड पर 3 टोल प्लाजा बंद कर रोजाना 10.52 लाख रुपये, कीरतपुर साहिब-नंगल-ऊना रोड पर टोल प्लाजा बंद कर रोजाना 10.12 लाख रुपये, होशियारपुर-टांडा रोड पर टोल प्लाजा बंद कर रोजाना 1.94 लाख रुपये, मखू स्थित सतलुज नदी पर उच्च स्तरीय पुल से टोल बंद कर रोजाना 60 हजार रुपये, मोगा-कोटकपूरा रोड पर टोल प्लाजा बंद कर रोजाना 4.50 लाख रुपये, फिरोजपुर-फाजिल्का रोड पर 2 टोल प्लाजाओं को हटाकर रोजाना 6.34 लाख रुपये, भवानीगढ़-नाभा-गोबिंदगढ़ रोड से 2 टोल प्लाजाओं को हटाकर रोजाना 3.50 लाख रुपये, दाखा-रायकोट-बरनाला रोड से 2 टोल प्लाजाओं को हटाकर रोजाना औसतन 4.50 लाख रुपये की राहत इन सड़कों से गुजरने वाले लोगों को दी जा रही है.
लोक निर्माण मंत्री हरभजन सिंह ईटीओ ने कहा कि पंजाब सरकार देश में महंगाई के बढ़ते स्तर को देखते हुए अपने नागरिकों को अधिकतम आर्थिक राहत प्रदान करने के लिए प्रतिबद्ध है और इसके साथ-साथ उच्च गुणवत्ता वाले बुनियादी ढांचे के निर्माण पर भी ध्यान केंद्रित कर रही है.