Mars & Jupiter Conjunction: आज अद्भुत खगोलीय घटना घटने वाली है. सौर मंडल के दो सबसे चमकीले और सबसे प्रसिद्ध ग्रह एक दूसरे के करीब से गुजरते हुए दिखाई देंगे. बृहस्पति और मंगल के इस दुर्लभ मिलन को रात के अंधेरे में आसानी से देखा जा सकता है. रात 1 बजे मंगल और बृहस्पति का कंजक्शन होगा जिसे खुली आंख से देखा जा सकेगा. खगोल विज्ञान में रुचि रखने वालों के लिए 14 अगस्त की रात बेहद खास होने जा रहा है. भारत में इस घटना को स्व‍तंत्रता दिवस के अवसर पर सुबह सबेरे तक देखा जा सकेगा.

मंगल और बृहस्पति के मिलन की इस घटना को खगोल विज्ञान के मुताबिक कंजक्शन ऑफ मार्स एंड जुपिटर बताया है. इसके अलावा इस घटना को तकनीकी रूप से एपल्स भी कहते हैं. उनके मुताबिक बुधवार की मध्य‍रात्रि के बाद लगभग 1 बजे यह दोनों ग्रह पूर्वी आकाश में जोड़ी बनाते हुए ही उदित होंगे. इसके बाद इस जोड़ी को खाली आंखों से अथवा टेलीस्कोप से देखा जा सकता है. धीरे-धीरे ये ग्रह आगे बढ़ते हुए सूर्योदय की लालिमा आने तक दिखाई देंगे. इस दौरान बृहस्‍पति की चमक माइनस 2.2 और मंगल की चमक 0.8 मैग्नीटयूड होगी. इस जोड़ी के पीछे वृषभ तारामंडल होगा.

2033 में बनेगा यह नजारा

वैज्ञानिकों ने बताया कि इन ग्रहों में मंगल पृथ्वी से लगभग 22 करोड़ किलोमीटर से अधिक दूर होगा तो बृहस्पति 80 करोड़ किलोमीटर से अधिक दूर होगा. दूरी में इतना अंतर होते हुए भी पृथ्वी से देखने पर इनका कोण इस प्रकार होगा कि वे जोड़ी के रूप में एक-दूसरे में समाते दिखाई देंगे. पूर्णिमा के चंद्रमा की आकाश में चौड़ाई लगभग 0.5 डिग्री दिखती है, जबकि जोड़ी बनाते इन ग्रहों के बीच की दूरी सिर्फ 0.3 डिग्री रह जाएगी, जो चंद्रमा की चौड़ाई से भी कम होगी. इस अद्भुत खगोलीय घटना को देखने से नहीं चूकना चाहिए, क्योंकि इसके बाद मंगल और बृहस्पति के इतने करीब होने की घटना करीब 9 साल बाद एक दिसंबर 2033 को होगी.