महासमुंद. जिले के जामपाली सुखानाला गांव से लगे एनएच 53 पर 11 सितंबर 2024 को एक 55-60 वर्षीय व्यक्ति की लाश मिली. पुलिस जांच में यह पता चला कि यह महज कोई सड़क दुर्घटना नहीं थी बल्कि दुर्ग के भिलाईनगर निवासी, 60 वर्षीय कमलाकर मेश्राम (मृतक) की हत्या की गई थी. जिसके बाद पुलिस ने मामले में पुलिस अधीक्षक पिथौरा के दिशा-निर्देश पर महासमुंद पुलिस ने इस अंधे कत्ल की गुत्थी को सुलझा ली है और हत्या के दो आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है.
बता दें, पुलिस की प्रारंभिक जांच में पता चला कि मृतक की हत्या किसी अज्ञात व्यक्ति ने धारदार वस्तु से की गई थी, जिसके बाद थाना पिथौरा में अपराध क्रमांक 190/24 दर्ज किया गया. पुलिस ने मृतक के मोबाइल नंबर का सीडीआर विश्लेषण किया, जिसमें सरायपाली थाना क्षेत्र निवासी बेलमती सेठ, उर्फ बेबी (27 वर्ष), पिता- सुदर्शन सेठ का नाम सामने आया. आरोपी युवती घटना के बाद मथुरा चली गई थी, जिसे पुलिस ने पकड़कर महासमुंद लाया और पूछताछ की. पुलिस की पूछताछ में बेबी ने बताया कि वह 2 साल पहले मृतक के घर पर किराये से रहती थी. इस दौरान मृतक कमलाकर मेश्राम ने तोरेसिंहा में पार्टनरशिप में पोल्ट्री फार्म बनाने की योजना बनाई और इसके लिये युवती को उसने 4 लाख 50हजार रूपये दिये थे. लेकिन पोल्ट्री फार्म का काम नहीं होने के चलते मृतक कमलाकर युवती पर पैसे वापस करने को कहा और पैसे नहीं लौटाने की स्थिति में उससे शादी करने का दबाव बनाता था.
वहीं युवती रायपुर से ग्राम तोरेसिंहा आते-जाते समय रॉयल बस के ड्राईवर रतन दास (24 वर्ष), पिता- गौतम दास, निवासी- सिंघनपुर, थाना- बसना, से जान-पहचान होने पर अक्सर बातचीत करती थी. बातचीत के दौरान युवती ने उसे मृतक की तरफ से शादी का दबाव बनाने की बात बताते हुए उसकी हत्या की योजना बनाई. युवती ने हत्या की योजना में साथ देने के लिए उसे पैसे और गाड़ी का लालच दिया, जिससे आरोपी डाइवर रतन दास राजी हो गया.
आरोपी युवती बेबी 10 सितंबर को मृतक के साथ उसकी कार से तोरेसिंहा गांव जा रहे थे. इसकी सूचना उसने डाइवर रतन दास को दिया और सिंघनपुर के पास मिलने को कहा. हत्या की योजना अनुसार, रतन दास मिला और फिर कार चलाते हुए बेबी और मृतक को बसना शराब भट्टी ले गया. वहां से रास्ते में दोनों डाइवर और मृतक दोनों ने शराब पी और फिर पिथौरा से आगे पूर्व नियोजित तरह से गाडी रोककर पेशाब करने के बहाने से तीनों गाडी से उतरे. इसी दौरान रतन दास ने मृतक के पेट और पीठ में चाकू से हमला कर दिया, जिससे उसकी मौत हो गई. घटना को अंजाम देने के बाद दोनों ने मृतक के सभी दस्तावेज अपने पास रख लिए और हत्या को एक्सीडेंट की शक्ल देने की कोशिश में मृतक को कार से रौंदते हुए मौके से फरार हो गए.
बता दें, मृतक के सड़क पर लाश मिलने के बाद से पिथौरा और सायबर सेल महासमुंद लगातार मामले की जांच में जुटी हुई थी. वहीं पकड़े जाने के डर से दोनों आरोपीयों ने 13सितंबर 2024 को छांदनपुर के पास मृतक की कार को छोडकर भाग गए. वहीं आज पुलिस ने मामले में दोनों आरोपियों के कब्जे से मृतक के सभी डॉक्यूमेंट्स और कार का नंबर प्लेट समेत हत्या में इस्तेमाल किया गया हथियार (चाकू) जब्त कर लिया है और दोनों को गिरफ्तार कर न्यायिक रिमांड पर भेज दिया है.