रवि साहू, धमतरी. जिले के कोलियारी चौक पर ट्रैक्टर चालकों ने सड़क पर बैठकर चक्काजाम किया. शासन-प्रशासन पर रेत माफिया को संरक्षण देने और ट्रैक्टर की जब्ती करने का आरोप लगाते हुए प्रदर्शन किया गया. कई घंटों तक चले प्रदर्शन के दौरान सड़क पर वाहनों की लंबी कतारें लग गई थी. पुलिस प्रशासन की टीम ने मौके पर पहुंचकर प्रदर्शनकारियों को खदेड़ा.

ट्रैक्टर चालकों का आरोप है कि जिला प्रशास, खनिज विभाग और नेताओं के संरक्षण में सैकड़ों हाईवा और ट्रकों से महाराष्ट्र तक रेत की अवैध तस्करी की जा रही है. कार्रवाई के नाम पर सिर्फ कागजी कार्रवाई की जा रही है और ट्रैक्टर वालों को ही निशाना बनाया जा रहा है. महानदी से रोज 300 से 400 हाईवा से रेत निकाला जा रहा है. हाईवा और ट्रक पर भी कार्रवाई की मांग को लेकर ट्रैक्टर यूनियन ने सड़क पर बैठकर चक्काजाम किया.

प्रदर्शन की जानकारी जैसे ही प्रशासन को लगी तो एसडीएम पीयूष तिवारी, तहसीलदार सूरज बांसोड़, थाना प्रभारी राजेश मरई पुलिसकर्मियों के साथ मौके पर पहुंचे. वहीं प्रदर्शन के बीच जिला प्रशासन द्वारा कड़ी कार्रवाई की सहमति बन गई थी. इसी बीच एक हाईवा भाग निकला, जिससे गुस्साए ग्रामीणों ने जिला खनिज अधिकारी को मौके पर बुलाने की मांग को लेकर दोबारा चक्का जामकर अपनी बातों पर अड़ गए.

अवैध खनन से महानदी से लगे गांवों का जल स्तर गिर रहा : जनपद सदस्य

जनपद सदस्य कीर्तन मिनपाल ने आरोप लगाया है कि भाजपा और कांग्रेसी नेताओं की मिलीभगत से रेत माफिया को संरक्षण दिया जा रहा है. जिला प्रशासन व खनिज विभाग ही महानदी के अवैध रेत उत्खनन के लिए जिम्मेदार है. अवैध खनन के कारण महानदी के आसपास के गांव में पानी का स्तर गिरने लगा है. पेयजल और निस्तारी की समस्या गहराने लगी है.

लगातार कार्रवाई की जा रही है: एसडीएम

इस मामले में धमतरी एसडीएम पीयूष तिवारी ने कहा कि लगातार जहां पर भी अवैध रेत उत्खनन जारी है वहां कार्रवाई की जा रही है. जिला प्रशासन, खनिज विभाग की टीम लगातार कार्रवाई कर रही है. आगे भी यह कार्रवाई जारी रहेगी.

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