संदीप सिंह ठाकुर, लोरमी. ट्रैक्टर में दबकर 30 वर्षीय युवक घायल हो गया. उपचार के लिए अस्पताल ले जाते समय युवक की मौत हो गई. इसके बाद अस्पताल प्रबंधन ने लापरवाही बरतते हुए उसका शव मर्च्यूरी में भेजने की बजाए अन्य मरीजों के साथ जनरल वार्ड में पांच घंटे तक रखे रहा.
घटना शनिवार सुबह लोरमी तहसील के ग्राम गोड़खाम्ही की है, जहां बिलासपुर निवासी राजेश अग्रवाल द्वारा संचालित लक्ष्मी आरा मिल का ट्रैक्टर चालक गांव का रहवासी 30 वर्षीय रमेश निषाद पिता बलदेव निषाद रोज की तरह लकड़ी को बांधकर खींचने का काम कर रहा था, जिसके अचानक पलट जाने से रमेश उसके नीचे दब गया. उसे आनन-फानन में उपचार के लिए लोरमी के 50 बिस्तर अस्पताल ले जाते समय रास्ते में ही उसकी मौत हो गई. अस्पताल में डॉक्टरों ने शव का पोस्टमार्टम कराने या मर्च्यूरी में रखने की बजाए करीबन 5 घंटे तक अस्पताल के जनरल वार्ड में रख दिया.
बीएमओ को लगाई फटकार
वार्ड में शव को रखे जाने की वजह से अन्य मरीजों के साथ उनके परिजन परेशान होते रहे. घटना से नाराज मरीजों ने बताया कि आए दिन अस्पताल प्रबंधन की ओर से इस तरह की लापरवाही बरती जाती है, जिसका आज प्रत्यक्ष उदाहरण लोगों को देखने को मिल गया. मामले में लोरमी के तहसीलदार अविनाश ठाकुर से चर्चा करने पर उन्होंने तत्काल बीएमओ डॉ. जीएस दाऊ को स्थिति में सुधार लाने के निर्देश देेते हुए आगे इस तरह से अस्पताल प्रबंधन द्वारा लापरवाही बरतने पर जांच के बाद उचित कार्रवाई करने की बात कही है.