वीरेन्द्र गहवई, बिलासपुर। छत्तीसगढ़ के बिलासपुर संभाग का सबसे बड़ा होलसेल किराना बाजार व्यापार विहार के व्यापारी अब बगावत के मूड में हैं. 400 से अधिक दुकानों वाले इस बाजार के कारोबारी लंबे समय से अव्यवस्था, जाम और जलभराव से परेशान हैं. पिछले 10 सालों से बाजार के विकास की मांग अधूरी रही है. न कांग्रेस के समय में सुनवाई हुई, न ही वर्तमान बीजेपी सरकार में कोई राहत मिली.

व्यापारी संघ की बैठक में फैसला लिया गया है कि यदि अगले 30 दिनों में विकास कार्य शुरू नहीं किए गए, तो वे 72 घंटे के लिए बाजार बंद करने पर मजबूर होंगे.

कोषाध्यक्ष जय प्रकाश मित्तल का कहना है कि इस बंदी से संभाग की आपूर्ति प्रभावित हो सकती है, क्योंकि इस बाजार से हजारों टन राशन सप्लाई होती है. ताले लगते ही दुकानों में सामान खत्म होने का खतरा है.
