अजय गुप्ता, बैकुंठपुर. जिला मुख्यालय के यातायात विभाग में पदस्थ सैनिक महेश मिश्रा ने अपने स्वयं के खर्च पर जिले के सभी शासकीय महाविद्यालयों में यातायात संकेतक बोर्ड लगवाया है. जिससे महाविद्यालयों में अध्ययनरत छात्र-छात्राओं को यातायात संकेतों की पूरी जानकारी मिल पा रही है.

गौरतलब है कि महेश मिश्रा जिले भर के स्कूल-कॉलेजों में निरंतर कैंप लगाकर छात्र-छात्राओं को यातायात नियमों, संकेतों और चिन्हों की जानकारी प्रदान करते रहते हैं. यातायात संकेतक बोर्ड के लगने से छात्रों को ड्राइविंग लाइसेंस बनवाने में आने वाली असुविधा से मुक्ति मिलेगी व लाइसेंस बनवाने के प्रति छात्रों का रुझान बढ़ेगा साथ ही सड़क पर चलते समय नियमों की जानकारी होने पर दुर्घटनाओं में कमी आएगी.

यातायात जागरूकता बना गया जुनून

सैनिक के पद पर पदस्थ महेश मिश्रा ने यातायात जागरूकता अभियान को समाज सेवा के रूप में अपनाया, मगर अब यह उनके लिए एक जुनून बन चुका है, निरंतर कैंप लगाकर लोगों को यातायात के प्रति जागरूक कर रहे हैं, साथ ही समाज सेवा के क्षेत्र में भी निरंतर इनकी सहभागिता रही है जिसके तहत स्वयं के खर्च से वाहन चालकों को निःशुल्क चश्मा का वितरण करने के अलावा शहर के प्रमुख चौराहों की सड़कों के गड्ढों को भरना, सड़क दुर्घटना में घायलों की निरंतर मदद करना, कुपोषित बच्चों को पोषण आहार का वितरण, छात्रों को पुरस्कार व सम्मान भेंट के साथ ही यातायात संकेतक बोर्ड लगवाने का कार्य कर रहे हैं.

स्कूलों में हो यातायात पर एक पाठ

महेश मिश्रा बताते हैं कि उनका लक्ष्य स्कूली शिक्षा पाठ्यक्रम में एक पाठ यातायात का शामिल कराने का है, जिससे छात्रों को पढ़ाई के साथ ही यातायात के नियमों, संकेतों एवं चिन्हों की पूर्ण जानकारी प्राप्त हो सके और बढ़ती सड़क दुर्घटनाओं में रोक लग सके. आज देश में सबसे ज्यादा असामयिक मौतों का प्रमुख कारण सड़क दुर्घटना है. सड़क दुर्घटना में मौतों के मामले में सबसे अधिक युवा वर्ग से जुड़े होते हैं,  इन मौतों को रोकने का सबसे अच्छा जरिया होगा कि इन्हें छात्र जीवन में ही यातायात नियमों की पूरी जानकारी प्रदान कर दी जाए.