रोहित कश्यप, मुंगेली। छत्तीसगढ़ के मुंगेली जिले में एक दिल दहला देने वाला हादसा हुआ है। कुएं की सफाई के दौरान जहरीली मिथेन गैस का रिसाव होने से चाचा-भतीजे की मौके पर ही मौत हो गई। हादसे के बाद गांव में कोहराम मच गया। वहीं घटना की सूचना मिलते ही प्रशासनिक टीम मौके पर पहुंची और राहत बचाव कार्य शुरू किया।

जानकारी के अनुसार, खेड़ा गांव में स्थित एक पुराने कुएं में मोटरपंप के फुटबॉल में कचरा फंसा हुआ था, जिसे साफ करने के लिए पुरुषोत्तम निषाद (35 वर्ष) कुएं में उतरा। कुएं में नीचे मौजूद मिथेन गैस के चलते उसका दम घुटने लगा और वह बेहोश होकर गिर पड़ा। उसे बचाने के लिए चाचा दिनेश निषाद (50 वर्ष) भी बिना किसी सुरक्षा के कुएं में उतरे, लेकिन वह भी जहरीली गैस की चपेट में आ गए और उनकी भी मौके पर ही मौत हो गई।

घटना की सूचना मिलते ही मौके पर पुलिस, जिला प्रशासन और एसडीआरएफ की टीम पहुंची। टीम ने तुरंत रेस्क्यू ऑपरेशन शुरू कर दोनों के शव बाहर निकाला। इस घटना से गांव में मातम पसर गया है। वहीं परिजनों का रो-रो कर बुरा हाल है, ग्रामीण भी गहरे सदमे में हैं।

कलेक्टर-एसपी मौके पर पहुंचे

घटना की सूचना पर कलेक्टर कुंन्दन कुमार सिंह और एसपी भोजराम पटेल मौके पर पहुंचे और स्थिति का जायजा लिया। कलेक्टर ने आम लोगों से अपील की है कि बिना सुरक्षा व्यवस्था के कुओं या टैंकों में बिल्कुल न उतरें। उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिए किखाली या पुराने कुओं को चिन्हित किया जाए। उन्हें खतरे के रूप में टैग किया जाए और गांवों में जागरूकता अभियान चलाया जाए।

राहत मुआवजे का निर्देश

कलेक्टर ने इस घटना को प्राकृतिक आपदा मानते हुए मुआवजा प्रक्रिया शुरू करने के निर्देश दिए हैं। मर्ग कायम कर पुलिस ने मामले को विवेचना में लिया है।

लल्लूराम डॉट कॉम की अपील

कुएं, टैंक या गड्ढों में उतरने से पहले पूरी सुरक्षा बरतें, मीथेन गैस जैसी अदृश्य खतरनाक गैस जानलेवा हो सकती है, छोटी-सी लापरवाही बड़ी दुर्घटना में बदल सकती है।