देश भर में अल्ट्रा हाई स्पीड 5G सर्विस को रोल आउट किया जा कहा है. अबतक भारत के 200 से अधिक शहरों में 5जी सेवाओं की शुरुआत हुई है. लेकिन अभी भी कॉल ड्रॉप और स्लो डाटा स्पीड से परेशानी आम बात है और दिल्ली एनसीआर समेत देश के कई शहरों में रहने वाले लोग अक्सर कॉल ड्रॉप और इंटरनेट की स्लो स्पीड की शिकायत करते हैं. यह समस्या इसलिए भी गंभीर है क्योंकि कई सर्विस प्रोवाइडर टेलीकॉम कंपनियां दावा करती हैं कि उनका नेटवर्क बेहतरीन है लेकिन हालात दावों के विपरीत पाया जाता है. लेकिन समस्या से आपको जल्दी ही छुटकारा मिल सकता है.
इस सिलसिले में ट्राई ने 17 फरवरी, 2023 को दूरसंचार सेवा प्रदाताओं के साथ एक बैठक बुलाई है, जिसमें क्यूओएस में सुधार के उपायों और क्यूओएस मानकों की समीक्षा, 5जी सेवाओं के क्यूओएस और अवांछित वाणिज्यिक संचार पर चर्चा की जाएगी. यह बैठक इसलिए भी महत्वपूर्ण है क्योंकि फिलहाल टेलीकॉम सर्विस की गुणवत्ता में सुधार की काफी जरूरत है और कॉल ड्रॉप और खराब नेटवर्क से मोबाइल यूजर्स परेशान हैं.
यूजर्स कर रहे कॉल ड्रॉप की शिकायत
इसे लेकर यूजर्स लगातार शिकायत कर रहे हैं. शिकायतों को लेकर के टेलीकॉम सेक्रेटरी द्वारा यह महत्वपूर्ण बैठक बुलाई गई थी. इस बैठक में Airtel, Vodafone Idea और Reliance Jio के प्रतिनिधि मौजूद थे. बैठक की अध्यक्षता टेलीकॉम विभाग के सेक्रेटरी कर रहे थे और विभाग के दूसरे बड़े अधिकारी भी मौजूद थे.जल्द ही टेलीकॉम कंपनियां अपना ब्लूप्रिंट मंत्रालय के सामने रखेंगी, जिसको लेकर के आने वाले समय में और भी बैठके हो सकती हैं. सरकार के दिशा निर्देशों के अनुसार तमाम टेलीकॉम कंपनियों को कदम उठाने होंगे.जिससे कॉल ड्रॉप की समस्या खत्म हो और स्लो डेटा स्पीड से छुटकारा मिले. पिछले हफ्ते ही COAI ने इस पर कहा था कि टेलीकॉम कंपनियां इन दिक्कतों पर काम कर रही हैं. आने वाले समय में इसे दूर कर लिया जाएगा.
उपभोक्ताओं के अनुसार नहीं है देश में टेलीकॉम इंफ्रास्ट्रक्चर
हमारे देश में मौजूदा समय में 115 करोड़ उपभोक्ता हैं जो मोबाइल का इस्तेमाल करते हैं लेकिन उनके अनुसार देश में टेलीकॉम इंफ्रास्ट्रक्चर नहीं है. सरकार एक ओर जहां 5जी सेवा को और मजबूत बनाने पर काम कर रही है वहीं दूसरी ओर सरकार नए टॉवर लगाने के लिए भी काम कर रही है, जिससे कॉल क्वालिटी से लेकर डेटा और कॉल ड्राप की समस्या से निपटा जा सके.