लखनऊ. छठ पर्व मनाने के बाद गोरखपुर से लखनऊ आने वाले यात्रियों के लिए न नियमित ट्रेनों में जगह है, न स्पेशल में सीटें खाली हैं. एक-एक कन्फर्म सीट की मारामारी है. हालांकि, वंदे भारत एक्सप्रेस की चेयरकार में सीटें खाली हैं, जिनसे राहत की उम्मीद है.
लखनऊ से बड़ी संख्या में लोग पूर्वांचल के जिलों व बिहार छठ पर्व मनाने के लिए गए हैं, जिनकी वापसी 21 नवम्बर से शुरू हो जाएगी. खास बात यह है कि बिहार के गया, पटना, सासाराम व यूपी के गोरखपुर आदि जिलों से लखनऊ आने वाली नियमित ट्रेनें फुल हैं. स्पेशल ट्रेनों में सीटें खाली नहीं हैं, जिससे कन्फर्म टिकटों की मारामारी और भी बढ़ गई है. इससे यात्रियों के माथे पर पेशानी है. 21 नवम्बर को सासाराम से लखनऊ आने वाली दुर्गियाना एक्सप्रेस की स्लीपर में 150 व थर्ड एसी में 47 वेटिंग है. जलियावाला बाग एक्सप्रेस की स्लीपर में 64 व एसी में 29 वेटिंग चल रही है.
ट्रेनों में मारामारी की स्थिति है. लखनऊ के चारबाग रेलवे स्टेशन पर बिहार जाने वाले लोगों की भीड़ लगी रही. कई ऐसे यात्री भी थे जो कि टिकट होने के बावजूद अत्यधिक भीड़ के कारण ट्रेन में नहीं चढ़ सके.
ट्रेनों में वेटिंग का हाल
गया से लखनऊ आने वाली दून एक्सप्रेस की स्लीपर में 21 से 23 नवम्बर तक क्रमशः 75, 69, 40 व थर्ड एसी में 17, 23, 17 वेटिंग, गंगा सतलुज एक्सप्रेस की स्लीपर में 185, 183, 163, थर्ड एसी में 72, 57, 61 तथा कोलकाता एक्सप्रेस की स्लीपर में 134, 119, 90 व थर्ड एसी में 30, रिग्रेट, 36 वेटिंग चल रही है. पटना से लखनऊ आने वाली श्रमजीवी एक्सप्रेस की स्लीपर में उपरोक्त तारीखों पर 106, 75, 51, थर्ड एसी में रिग्रेट, 48, 45 वेटिंग है.
अर्चना एक्सप्रेस में 21 को 116 वेटिंग स्लीपर में है. पाटलिपुत्र लखनऊ जंक्शन एक्सप्रेस की चेयरकार में उपरोक्त तीन दिनों में क्रमशः 26, 17, आठ वेटिंग चल रही है. ऐसे ही उपासना, पंजाब मेल, पटना कोटा, मालदाटाउन आदि ट्रेनों में लम्बी वेटिंग से यात्री परेशान हैं.