रायपुर. यूपीएससी (UPSC) की परीक्षा पास कर भारतीय प्रशासनिक सेवा के नवनियुक्त प्रशिक्षु अधिकारी छत्तीसगढ़ सरकार की स्वामी आत्मानंद इंग्लिश-हिन्दी मीडियम उत्कृष्ट विद्यालयों की योजना के मुरीद हो गए. सभी अधिकारियों ने इस योजना को गरीब-मध्यम वर्गीय परिवारों के बच्चों को हिन्दी-अंग्रेजी माध्यम की गुणवत्ता युक्त शिक्षा के लिए आदर्श योजना बताया और मुख्यमंत्री बघेल की दूरदर्शिता और योजना के लिए तारीफ भी की.

2022 बैच के 15 प्रशिक्षु आईएएस अधिकारी इस समय छत्तीसगढ़ के शैक्षणिक प्रवास पर है. अधिकारियों के प्रशिक्षण के दौरान शैक्षणिक भ्रमण भारत दर्शन के तहत उन्हें छत्तीसगढ़ भेजा गया है. इस दौरान अधिकारियों ने मंगलवार को कलेक्टर डॉ. सर्वेश्वर नरेंद्र भुरे से मार्गदर्शन लिया और राज्य सरकार की विभिन्न जनकल्याणकारी योजनाओं और उनके क्रियान्वयन के संबंध में जानकारी ली. प्रशिक्षु अधिकारियों ने जनसामान्य तक योजनाओं के इम्पैक्ट के बारे में भी कलेक्टर से मार्गदर्शन लिया. डॉ. भुरे ने सभी प्रशिक्षु अधिकारियों का स्वागत किया और राज्य सरकार की विभिन्न योजनाओं के बारे में बताया.

प्रशिक्षु अधिकारियों का ये दल 30 जनवरी से 1 फरवरी तक छत्तीसगढ़ में रहेगा. इस दौरान अभी तक प्रशिक्षु अधिकारियों ने राज्य में संचालित स्वामी आत्मानंद उत्कृष्ट विद्यालयों के संचालन, मोबाइल मेडिकल यूनिट योजना, धन्वतंरी जेनेरिक दवा स्टोर्स के साथ-साथ स्मार्ट सिटी के तहत विकसित मरीन ड्राइव का अवलोकन किया और इन योजनाओं से जनसामान्य को होने वाले फायदे और सहुलियतों का भी आकलन किया.

कलेक्टर डॉ. भुरे ने प्रशिक्षु अधिकारियों से पिछले दो दिनों में देखे गये स्थानों और योजनाओं के बारे में भी पूछा साथ ही शासकीय योजनाओं के क्रियान्वयन का फीडबैक भी लिया. यह प्रशिक्षु अधिकारी छत्तीसगढ़ से पहले सिक्किम, केरल, लक्षद्वीप, गुजरात, झारखण्ड और पूर्वोत्तर राज्य नागालैण्ड का भी शैक्षणिक भ्रमण कर चुके हैं.