नई दिल्ली। दिल्ली पुलिस ने राष्ट्रीय राजधानी में 3 साल की बच्ची से दुष्कर्म के आरोप में 21 वर्षीय एक युवक को गिरफ्तार किया है. पुलिस ने बताया कि घटना शुक्रवार सुबह पश्चिमी दिल्ली के पंजाबी बाग इलाके में हुई, जिसके बाद बच्ची को नजदीकी अस्पताल में भर्ती कराया गया. डीसीपी घनश्याम बंसल ने कहा कि 21 वर्षीय आरोपी को गिरफ्तार कर लिया गया है. पुलिस ने भारतीय दंड संहिता की धारा 363 (अपहरण के लिए सजा) और 376 (बलात्कार के लिए सजा) और यौन अपराधों से बच्चों के संरक्षण अधिनियम (पॉक्सो) की धारा 6 (बढ़े हुए प्रवेशक यौन हमले के लिए सजा) के तहत मामला दर्ज किया. वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि आरोपी को घटना वाले दिन ही गिरफ्तार कर लिया गया था.

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कड़े कानूनों के बावजूद बढ़ रहे हैं अपराध

फिलहाल बच्ची की हालत स्थिर है और उसे अस्पताल से छुट्टी भी दे दी गई है. डीसीपी ने कहा कि आगे की जांच जारी है. दिल्ली पुलिस द्वारा संकलित आंकड़ों के अनुसार वर्ष 2021 के दौरान राष्ट्रीय राजधानी में 1,969 महिलाओं के साथ बलात्कार किया गया, जो पिछले वर्ष की तुलना में 21.69 प्रतिशत अधिक है. 2020 में यह आंकड़ा 1,618 था. सिर्फ बलात्कार ही नहीं, महिलाओं के खिलाफ अपराध के हर आंकड़े में बदलाव हुआ है. महिलाओं के साथ छेड़छाड़ में 17.51 प्रतिशत और छेड़खानी में 17.51 प्रतिशत की वृद्धि हुई. हालांकि, दिल्ली पुलिस ने कहा कि अब मामलों में FIR हो रहे हैं, लोग भी जागरूक हैं, इसलिए अपराध को रजिस्टर्ड करवा रहे हैं और पुलिस तक पहुंच रहे हैं. लेकिन हैरानी की बात ये भी है कि बलात्कार के मामलों में कानून बेहद कड़े हैं, इसके बावजूद अपराध में कमी नहीं आ रही है. आंकड़ों के मुताबिक, बलात्कार दर (95.48 प्रतिशत), महिलाओं के साथ छेड़छाड़ (90.98 प्रतिशत) और महिलाओं की मर्यादा का अपमान (85.75 प्रतिशत) है.

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90 फीसदी रेप के मामले में परिचित ही संलग्न

बलात्कार के मामलों में अधिकतर जानने वाले लोग ही अपराध को अंजाम दे रहे हैं. चौंकाने वाली बात यह है कि साल 2021 के दौरान करीब 98.78 फीसदी रेप के मामलों में आरोपी पीड़िता के परिचित थे, जबकि करीब 1.22 फीसदी मामलों में अजनबी शामिल थे.