रायपुर- उदंती सीतानदी टाइगर रिजर्व के कुरुभाटा सर्किल रेंज में आज वनभैंसा जुगाड़ू का सिरिंज प्रोजेक्टर से दवाई इंजेक्ट कर उपचार किया गया. अभी वनभैंसे का अवलोकन जारी है. इस उपचार दल का नेतृत्व डॉ जयकिशोर जड़िया एवं उप निदेशक उदंती सीतानदी टाइगर रिजर्व गरियाबंद ने संयुक्त रूप से किया.

डॉक्टरों ने बताया कि 12 अप्रैल को दो नर वन भैंसा के बीच आपसी लड़ाई हो गई. जिसमें वनभेंसा जुगाड़ू जख्मी हो गया था. 2- 3 दिनों से बीमार है. अगले पैर में चलने में तकलीफ हो रही है.

स्थलीय सरंक्षण में वनभैंसा की औसतन उम्र 20-22 वर्ष की होती है. अपने समीप किसी भी प्रकार से मानव की उपस्थिति, शोरगुल, किसी भी प्रकार का हस्तक्षेप बर्दाश्त नहीं करता. इसलिए इसके उपचार में दक्ष टीम सिरिंज प्रोजेक्टर का उपयोग कर दवा उसके शरीर में पहुंचाया.

इन वन भैसों में डॉक्टर आरपी मिश्रा वाइल्ड लाइफ ट्रस्ट ऑफ इंडिया अपने ट्रेकर्स एवं सहायकों के साथ सतत निगरानी में लगे हुए हैं. जिसमें स्थानीय ग्रामीणों का सकारात्मक सहयोग मिल रहा है.

दो अधिकारी अनुपस्थित, मांगा स्पष्टीकरण

सहायक संचालक धुव्र एवं  रेंज ऑफिसर तुलाराम सिन्हा उत्तर उदंती उपचार ऑपरेशन में अनुपस्थित पाए गए. उनमें वन्यप्राणियों के रखरखाव के प्रति समर्पण, सीखने की क्षमता में कमी पाई गई. उनके इस कृत्य के लिए स्पष्टीकरण लिया जाने का निर्णय लिया गया. इसके बाद अग्रिम कार्यवाही सुनिश्चित करने सक्षम अधिकारी को लेख किया जाएगा.