मनोज अंबष्ठ, पत्थलगांव। युवती के गाज की चपेट में आने के बाद अंधविश्वास में घिरे परिजनों ने गोबर के गड्ढे में गाड़ दिया था. लेकिन गांव के समाजसेवी की वजह से युवती को समय पर चिकित्सा सुविधा मिली, जिससे उसकी जान बच पाई.
मामला जशपुर जिला के फरसाबहार ब्लॉक का है, जहां ग्राम कोल्हेनझरिया की जयशिला नामक युवती को गाज की चपेट में आ गई थी, जिसके बाद परिजनों ने उपचार कराने की बजाए गोबर से भरे गड्ढे में गाड़ दिया.
गांव के समाजसेवी मनोज रात्रे ने इस अंधविश्वास से दूर रह अस्पताल में चिकित्सा सुविधा की समझाइश दी थी. इस युवती को डेढ घंटे के बाद कोल्हेनझरिया अस्पताल ले जाकर उपचार कराया, जहां चिकित्सकों के प्रयास से उसे बचा लिया है.