रायपुर. मनुष्य को स्वस्थ्य जीवन जीने के लिए भोजन उसकी सबसे मूलभूत आवश्यकताओं में से एक है,लेकिन यदि किसी की आहार नलिका ही किन्ही वजहों से ब्लॉक हो जाए तो ऐसे में उस मरीज के लिए भोजन निगलना एक असहनीय तकलीफ बन जाता है.


नारायणा हॉस्पिटल के गैस्ट्रोइन्ट्रोलॉजिस्ट डॉ. भाविक शाह ने ऐसे कई मरीजों की वर्षों पहले ब्लॉक हो चुकी आहार नलिका के ब्लॉकेज को हॉस्पिटल में आयोजित एक दिवसीय वर्कशॉप में POEM टैक्निक की मदद से एंडोस्कोपी द्वारा पूर्णतया खोल दिया,मरीजों का कहना है कि बहुत समय बाद अब वे बिना किसी परेशानी के भोजन को आसानी से निगल पा रहे हैं और पूर्णतया स्वस्थ्य महसूस कर रहे हैं, ये किसी चमत्कार से कम नहीं है.
नारायणा हॉस्पिटल के मैनेजिंग डायरेक्टर डॉ. सुनील खेमका ने बताया कि पूर्व में ब्लॉक्ड आहार नलिका ( Achalasia Cardia) के मरीजों के लिए अधिकांशतया सर्जरी ही एकमात्र विकल्प मानी जाती थी, लेकिन इस सेगमेंट में POEM टैक्निक के आने के बाद से इस रोग का उपचार अब और भी अधिक सुरक्षित हो गया है, इसमें मरीज जल्द से जल्द स्वस्थ्य हो जाते हैं, उनका हॉस्पिटल स्टे कम रहने से परम्परागत सर्जरी की तुलना में खर्च भी कम आता है और गैस्ट्रोइंट्रोलॉजी की यह अत्याधुनिक POEM टैक्निक अब यहां देवेंद्र नगर, रायपुर स्थित नारायणा हॉस्पिटल में उपलब्ध है.