नई दिल्ली. दिल्ली से मुंबई और कोलकाता रेलमार्ग के 700 किलोमीटर खंड पर टक्कररोधी तकनीकी कवच का ट्रॉयल सफल रहा है. रेलवे बोर्ड का दावा है कि नए वित्तीय वर्ष में दोनों रेलमार्गों पर कवच तकनीक यात्री ट्रेनों का परिचालन शुरू कर दिया जाएगा. यानी यह दोनों रेलमार्ग ट्रेनों की आगे-पीछे की टक्कर से मुक्त हो जाएंगे.

रेलवे बोर्ड के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि दिल्ली-मुंबई व दिल्ली-कोलकाता पर कवच तकनीक लगाने का कार्य प्रगति पर है. इस परियोजना को मार्च 2024 को पूरा करने का लक्ष्य है. इसके साथ ही रेलवे ने दोनों रेलमार्ग के 700 किलोमीटर खंड पर कवच का ट्रॉयल सफलतापूवर्क पूरा कर लिया है. उन्होंने बताया कि ट्रॉयल में कवच तकनीक युक्त ट्रेनों को अधिकतम 130 किलोमीटर की रफ्तार पर दौड़ाया जा रहा है.

इसमें दिल्ली से मुंबई व कोलकाता रेलमार्ग पर डबल लाइन पर ट्रॉयल किए गए हैं. इसमें विभिन्न सेक्शन पर तीव्र मोड, पृथक डबल-मल्टी ट्रैक, तापमान, रफ्तार पर कवल का ट्रॉयल किया गया है. आरडीएसओ के विशेष डिजाइन के कोच वाली इस ट्रेन में आधुनिक उपकरण लगे हैं. जिससे तमाम डाटा का विश्लेषण किया जा रहा है. इसमें कवच तकनीक का प्रदर्शन मापा जा रहा है. अधिकारी ने बताया कि दोनों रेलमार्ग पर कवल तकनीक लगाने के साथ ट्रॉयल भी किया जा रहा है.