दिल्ली। कोरोना वायरस ने देश और दुनिया में तबाही मचा रखी है। देश में तेजी से कोरोना वायरस से संक्रमितों की संख्या बढ़ती जा रही है। डॉक्टर इसका इलाज और टीका खोजने में लगे हैं। ऐसे में एक दवा कंपनी के कर्मचारी पर कोरोना की दवा खोजना बहुत भारी पड़ गया।

दरअसल, तमिलनाडु के चेन्नई में एक फार्मासिस्ट ने कोरोना वायरस के इलाज के लिए एक दवा बनाई थी। फार्मासिस्ट ने दवा का परीक्षण खुद पर किया लेकिन उन्हें इसमें कामयाबी नहीं मिली। दुखद ये रहा कि इस परीक्षण के दौरान ही उनकी मौत भी हो गई। देश में अपनी तरह का ये पहला मामला है।

जानकारी के मुताबिक चेन्नई के पेरुंगुडी के रहने वाले के शिवनेसन एक आयुर्वेदिक उत्पाद बनाने वाली कंपनी के साथ फार्मासिस्ट के रूप में काम कर रहे थे। इनकी कंपनी कफ सिरप बनाती है। शिवनेसन और उनके बॉस राजकुमार कोरोना वायरस से निपटने के लिए एक दवा की खोज कर रहे थे। इस दौरान उन्होंने कोरोना के लिए जो दवा बनाई उसे खुद अपने ही ऊपर परिक्षण करना शुरू कर दिया।

इनके साथियों ने बताया कि राजकुमार ने उस दवा की कुछ बूंदें पी थीं लेकिन शिवनेसन ने ज्यादा मात्रा में उसका सेवन कर लिया। जिसके बाद अचानक शिवनेसन की तबीयत बिगड़ने लगी और उनकी मौत हो गई। इसके बाद से उनकी कंपनी में हड़कंप मच गया है।