दिल्ली. अपने माता-पिता की नियमित डांट से बचने के लिए अपने प्रेमी के साथ ‘नई जिंदगी’ शुरू करने के लिए घर से भागी 13 साल की बच्ची को करीब 10 महीने बाद आखिरकार दिल्ली पुलिस ने छुड़ा लिया है. एक अधिकारी ने शुक्रवार को यह जानकारी दी है. किशोरी को तमिलनाडु के कोयंबटूर से बचाया गया, जहां वह अपने प्रेमी के साथ रह रही थी.

बता दें कि आरोपी प्रेमी की पहचान नीरज के रूप में हुई, जिसे पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है और पॉक्सो अधिनियम की संबंधित धाराओं के तहत आरोप लगाया है. पुलिस उपायुक्त (अपराध शाखा) विचित्रवीर सिंह ने विवरण देते हुए कहा कि लड़की पिछले साल अक्टूबर में दिल्ली के फतेहपुर बेरी से लापता हो गई थी. जिसके बाद पुलिस ने अपहरण का मामला दर्ज किया था.

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दिल्ली हाई कोर्ट ने जून में एक रिट याचिका पर सुनवाई करते हुए मामले की जांच क्राइम ब्रांच की एंटी ह्यूमन ट्रैफिकिंग यूनिट (एएचटीयू) को ट्रांसफर कर दी थी. इसके बाद पुलिस की टीम गठित कर मामले की जांच शुरू की गई. 18 दिनों के भीतर, मैनुअल और तकनीकी निगरानी ने कोयंबटूर में लड़की के स्थान का पता लगाया.

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डीसीपी के अनुसार, जांच के दौरान यह पता चला कि लापता लड़की के माता-पिता उसे छोटी-छोटी बातों पर डांट लगाते थे और 12 अक्टूबर, 2021 को किशोर अपने प्रेमी नीरज के साथ घर से निकल गई, जो उसी इलाके में रहता था. डीसीपी ने कहा, “लापता लड़की को शादी के लिए लुभाकर, नीरज पहले उसे बिहार के अपने गांव और फिर कोयंबटूर ले गया.”