शेख आलम, धरमजयगढ़. शासकीय स्कूल के प्राचार्य के दुर्व्यवहार से परेशान विद्यार्थियों ने स्कूल में ताला जड़ दिया है . स्कूल में पढ़ने वाले विद्यर्थियों ने प्राचार्य पर आरोप लगाते हुए बताया कि प्राचार्य एनपी पैकरा स्कूली छात्राओं से अभद्र बाते करने साथ ही बेवजह परेशान करते हैं . मामला धरमजयगढ़ विकासखंड अंतर्गत ठाकुर पोड़ी गाँव के हाई स्कूल का है. प्राचार्य पर आरोप लगाते हुए विद्यार्थियों ने कहा कि बालिकाओं के बाथरूम को स्वंय उपयोग करना, शासन के निर्धारित शुल्क से अधिक से ज्यादा शुल्क लेकर रसीद मांगने पर गाली गलौच करना, बालिकाओं को काम नहीं करने पर ससुराल में कैसे करोगी काम जैसी बातों का ताना मारने जैसी बातें छात्रों ने कही . सुबह 10 बजे से शाम 4 बजे तक स्कूल में ताला जड़ा रहा स्कूली बच्चों का कहना है जब तक यहाँ से प्राचार्य को नहीं हटाया जाएगा तब तक स्कूल बंद रहेगा.

प्राचार्य के दुर्व्यवहार की आपबीती सुनाते हुए स्कूली छात्राओं ने कहा कि लड़कियों के बाथरुम में ताकझांक करने के साथ, जबरन उठकबैठक करवाने  की बात विद्यार्थियों ने कही. स्कूल में विद्यार्थियों को संस्कार की सीख देने वाले मुखिया के द्वारा विद्यार्थियों के साथ इस प्रकार की घटना जांच का विषय है. घटना के बाद तिलमिलाए स्कूली बच्चों के परिजनों ने जिला शिक्षा अधिकारी से प्रचार्य के खिलाफ सख्त जांच की मांग की  है.

इस सम्बन्ध में  विकासखंड शिक्षाधिकारी से बात हुई तो उनका कहना है मैं चुनाव डियूटी में हूँ कुछ नहीं कर सकता वहीं  इस मामले पर जब जिला शिक्षाधिकारी से बात की गयी तो उनका कहना है कि वो इस मामले की  विकासखंड शिक्षाधिकारी से बात करेंगे .

आचार संहिता का हवाला देकर फाड़ दी जानकारी

स्कूली विद्यार्थियों के द्वारा बनाई गई जानकारी जो कि दीवारों पर चश्पा कर रखें थे. प्राचार्य ने चुनावी आचार संहिता का हवाला देकर दीवारों लगी जानकारी को फड़वा कर कूड़ेंदान में डलवा दिया. वहीं विद्यार्थियों ने कहा कि स्कूल में शिक्षकों के द्वारा विभिन्न विषयों में दिए गए प्रोजेक्ट कार्यों को ही दीवार में लगाया गया था. जिसमें समाज, शिक्षा, विज्ञान, खेल, सास्कृतिक संबंधी जानकारी थी.

फीस की नहीं देता रशीद 

प्राचार्य का विरोध कर रहें विद्यार्थियों ने कहा कि सभी विद्यार्थियों से फीस के नाम पर प्राचार्य वसूली करता है. और जब रशीद की मांग करते है तो तरह-तरह का हवाला देकर बात को दबा देतें हैं . इस प्राचार्य का सिलासिला यहीं नहीं थामा, आचार संहिता का हवाला देकर स्कूल में लगे देश के क्रांतिकारी नेताओं के छाया चित्र को दीवारों से हटवा दिया है .

शिकायत के बाद भी नहीं हुई कार्रवाई 

जिला शिक्षा अधिकारी और बीईओ से विद्यार्थियों ने कई दफा शिकायत किया. मगर अब तक कोई कार्रवाई नहीं की गई. कार्रवाई नहीं करने से प्राचार्य का हौसला दिनों दिन बढ़ गया हैं . और विद्यार्थियों के साथ अभद्रवर्ताव करने पर अमदा हो गया है . स्कूली बच्चों ने कहा कि यदि प्रशासन शीघ्र संज्ञान नहीं लेता तो जल्द ही प्राचार्य के खिलाफ बड़ा एक्शन लेने पर मजबूर होगे.

शिक्षा का गिरता जा रहा स्तर

विद्यार्थियों ने बताया कि प्राचार्य के द्वारा शिक्षा संबंधी शिकायतों का निराकरण नहीं किया जाता है. शिकायत करने पर प्राचार्या जवाब देता है कि शासन के द्वारा कोई सुविधा मुहैया नहीं है. न ही स्कूल में किसी क्लास में किताना सलेबस हुआ, इसकी जांच प्राचार्या के द्वारा की जाती है. विद्यार्थियों का यह भी आरोप है कि स्कूल के प्राचार्य एनपी पैंकरा का अत्याचार दिनोदिन बढ़ता जा रहा है उनके द्वारा छात्राओं का तबीयत खराब होने पर छुटटी नहीं देता है. वही ग्राम के जनप्रतिनिधी भी स्‍कूल के छात्रो के मांगो को जायज ठहरा रहे हैं.