Trump vs Musk: अमेरिका में बीते गुरुवार को अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप (DONALD TRUMP) और मशहूर कारोबारी एलन मस्क (ALON MUSK) के बीच जबरदस्त जुबानी जंग हुई है। बीते कुछ दिनों तक ट्रंप के सबसे खास रहे एलन मस्क ने ट्रंप सरकार के खिलाफ खुलकर हमला बोला है, जिसके बाद ट्रंप का पारा सातवें आसमान पर पहुंच गया है। मामला यहां तक पहुंच गया है कि मस्क ने ट्रंप को राष्ट्रपति पद से हटाने की मांग कर दी है। इसके बाद अब ट्रंप के एक करीबी अमेरिकी मीडिया टायकून स्टीव बैनन (STEEV BANON) ने ट्रंप से अनुरोध किया है कि मस्क को सबक सिखाया जाना जरूरी है। उन्होंने ट्रंप को डिपोर्ट करने की मांग कर दी।

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मस्क की नागरिकता की जांच करने की मांग

ट्रंप के चुनावी अभियान के पूर्व अध्यक्ष और वाइट हाउस के रणनीतिकार स्टीव बैनन ने सार्वजनिक रूप से ट्रंप से मस्क की नागरिकता की जांच करने की मांग की है। उनका दावा है कि टेक अरबपति एक अवैध प्रवासी हो सकते हैं। बैनन ने कहा है कि अमेरिका मस्क की हरकतों से थक चुका है। उन्होंने न्यूयॉर्क टाइम्स को बताया, “ट्रंप को एलन मस्क आव्रजन स्थिति की औपचारिक जांच शुरू करनी चाहिए क्योंकि मुझे पूरा विश्वास है कि वह एक अवैध विदेशी हैं और उन्हें तुरंत देश से डिपोर्ट कर दिया जाना चाहिए।” ट्रंप की करीबी की यह सलाह इस झगड़े में आग में घी डालने का काम कर सकती है।

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SpaceX को जब्त करने का भी अनुरोध किया

बैनन यहीं नहीं रुके, उन्होंने मस्क की कंपनी SpaceX को जब्त करने का भी अनुरोध किया है। बैनन ने कहा कि डिफेंस प्रोडक्शन एक्ट का इस्तेमाल कर मस्क की रॉकेट कंपनी स्पेसएक्स पर नियंत्रण बनाएं।

उन्होंने कहा कि जब मस्क ने यह धमकी दी कि वह स्पेसएक्स के बड़े कार्यक्रमों को तत्काल प्रभाव से बंद करेंगे तो ऐसे में ट्रंप को एग्जीक्यूटिव ऑर्डर पर साइन कर स्पेसएक्स को सीज किया जाए। बता दें कि डिफेंस प्रोडक्शन एक्ट कोरियाई युद्ध के काल का कानून है, जिसके तहत राष्ट्रपति को निजी कंपनियों पर कंट्रोल करने का अधिकार मिल जाता है।

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मस्क को ट्रंप से क्या दिक्कत है?

दरअसल, डोनाल्ड ट्रंप सरकार के इस बिल में इलेक्ट्रिक व्हीकल की खरीद पर मिलने वाली टैक्स छूट को खत्म करने का प्रस्ताव है। बाइडेन सरकार नई EV खरीदने पर 7,500 डॉलर की टैक्स छूट देती थी। ट्रंप इसे खत्म करने जा रहे हैं।

इस बिल में प्रावधान है कि जो कंपनियां 2009 से 2025 के बीच दो लाख EV बेच चुके हैं, उन्हें छूट नहीं मिलेगी। यह सीधे तौर पर एलॉन मस्क की टेस्ला के लिए झटका है।

एक अन्य वजह है कि अमेरिकी स्पेस एजेंसी NASA में एलॉन मस्क अपने भरोसेमंद जेरेड इसाकमैन को एडमिनिस्ट्रेटर के रूप में नियुक्त करवाना चाहते थे। लेकिन ट्रंप ने उनकी सिफारिश को नजरअंदाज कर दिया। मस्क का मानना था कि अगर इसाकमैन NASA में एडमिनिस्ट्रेटर बनते हैं, तो इससे उनकी कंपनी SpaceX को भी फायदा होगा।

ट्रंप ने मस्क को DOGE की जिम्मेदारी सौंपी थी, जिसका काम सरकारी खर्च में कटौती करना था। ट्रंप ने उन्हें एक तरह से ‘बेकार और फालतू खर्च’ कम करने को कहा था। इसके लिए DOGE ने हजारों-लाखों सरकारी कर्मचारियों की छंटनी की। इसने एलन मस्क की छवि को नुकसान पहुंचाया। ज्यादातर लोगों का मानना था कि मस्क अपनी मर्जी से लोगों को नौकरियों से निकाल रहे हैं।

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ट्रम्प के खिलाफ महाभियोग चलाने की मांग

मस्क ने ट्रंप को एहसान फरामोश बताते हुए कहा कि अगर ट्रंप आज वाइट हाउस में हैं तो इसकी वजह मस्क ही हैं। उन्होंने कहा कि चुनाव जीतने के लिए डोनाल्ड ट्रंप को जो सपोर्ट चाहिए था वह उन्हें मस्क ने ही दिया। उन्होंने ट्रंप को राष्ट्रपति पद से हटाने की मांग तक कर दी। मस्क ने कहा कि डोनाल्ड ट्रंप के खिलाफ महाभियोग लाकर अमेरिका के उप राष्ट्रपति जे डी वेंस को प्रेसिडेंट बनाया जाना चाहिए। उन्होंने इप्सटन फाइल्स का जिक्र कर यह भी कहा है कि उन फाइलों को इसीलिए सार्वजनिक नहीं किया गया क्योंकि उसमें खुद ट्रंप का नाम शामिल है।

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