No Kings Movement USA: अमेरिका के सभी 50 राज्यों की सड़कों से आज जश्न और प्रोटेस्ट की तस्वीरें एक साथ सामने आ रही हैं। जश्न की वजह है- अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप का जन्मदिन और अमेरिकी सेना की 250वीं वर्षगांठ। प्रोटेस्ट की वजह भी है- राष्ट्रपति ट्रंप का जन्मदिन। मतलब साफ है कि ट्रंप का जन्मदिन और इस मौके पर अमेरिकी सेना की भव्य परेड का जश्न तो मनाया ही जा रहा है। इसे लेकर अमेरिका में व्यापक विरोध भी हो रहा है। ये प्रदर्शन उस वक्त शुरू हुए जब ट्रंप ने वॉशिंगटन डीसी (Washington DC) में अमेरिकी सेना की 250वीं सालगिरह और अपने 79वें जन्मदिन पर एक भव्य सैन्य परेड की अध्यक्षता की।

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क्यों हो रहा है विरोध

डोनाल्ड ट्रंप 14 जून को अपना 79वां जन्मदिन मना रहे हैं। अमेरिकी समयानुसार उनके जन्मदिन का जश्न मनाया जा रहा है। यह मौका अमेरिकी सेना की 250वीं वर्षगांठ का भी है। इस मौके पर राजधानी वॉशिंगटन डीसी में सेना की भव्य परेड का आयोजन किया गया, जिसमें 6000 से ज्यादा सैनिक, 150 से ज्यादा बख्तरबंद गाड़ियों और 50 से ज्यादा लड़ाकू विमानों ने हिस्सा लिया। इस भव्य परेड पर 350 करोड़ रुपये से ज्यादा की धनराशि खर्च होने की बात कही जा रही है, जिसका विरोध हो रहा है। विरोधियों का यह भी कहना है कि अमेरिका में सैन्य परेड की कोई स्थापित परंपरा नहीं है और 34 साल बाद ऐसा आयोजन हो रहा है, जो सामान्य नहीं माना जा सकता।

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राष्ट्रपति ट्रंप की नीतियों के खिलाफ प्रदर्शन

प्रदर्शनकारियों ने ‘No Kings’ नाम के बैनर तले ट्रंप की तानाशाही सोच और नीतियों के खिलाफ आवाज उठाई। उन्होंने ट्रंप प्रशासन की घरेलू नीतियों की भी आलोचना की। विरोध के दौरान कई शहरों में पुलिस और प्रदर्शनकारियों के बीच झड़पें भी हुई। प्रदर्शनकारियों का कहना था कि अमेरिका में तानाशाही नहीं चलेगी। पुलिस ने भीड़ को हटाने के लिए आंसू गैस और फ्लैश बम का इस्तेमाल किया। वहां मौजूद परिवार और आम लोग डरे हुए दिखे।

राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप द्वारा आयोजित सैन्य परेड को लेकर उनके विरोधियों ने तीखी आलोचना की है। उनका कहना है कि यह परेड अमेरिकी सेना की वर्षगांठ के बहाने की गई, लेकिन असल मकसद ट्रंप की व्यक्तिगत छवि को चमकाना था। No Kings के बैनर के तहत देशभर में 1,500 से अधिक स्थानों पर विरोध प्रदर्शन हो रहे हैं। Indivisible.org नाम के संगठन इन प्रोटेस्ट की अगुवाई कर रहा है।

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लॉस एंजेलिस में विरोध के बाद भड़की हिंसा

पिछले हफ्ते अमेरिका के आव्रजन विभाग (Immigration Department) ने अवैध प्रवासियों के खिलाफ छापेमारी कर कई लोगों को हिरासत में लिया। इसके खिलाफ लॉस एंजेलिस (Los Angeles) में विरोध तेज हो गया और जल्द ही हिंसा में बदल गया।

राष्ट्रपति ट्रंप ने दिया नेशनल गार्ड्स की तैनाती का आदेश

हालात काबू में लाने के लिए राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने नेशनल गार्ड्स की तैनाती का आदेश दिया। इससे लोगों का गुस्सा और बढ़ गया और शहर में दंगे और आगजनी होने लगी। हालांकि, अब लॉस एंजेलिस में शांति है, लेकिन विरोध अभी भी जारी है।

ट्रंप की नीतियों के खिलाफ विरोध न्यूयॉर्क, डेनवर, शिकागो और ऑस्टिन जैसे शहरों में भी देखा गया। लोगों ने प्रदर्शन मार्च निकालकर अपनी नाराजगी जताई और कहा कि सरकार की नीतियां अन्यायपूर्ण और कठोर हैं।

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