कुमार इंदर,डिंडोरी। मध्यप्रदेश के डिंडोरी जिले से एक चौंकाने वाली तस्वीर सामने आई है, करंजिया विकासखंड के रैतवार गांव में स्थित पुराने शासकीय हाई स्कूल को अब साइकिल कारखाने में तब्दील कर दिया गया है। हैरानी की बात ये है कि इस स्कूल में अब बच्चों की पढ़ाई बरामदे में हो रही है, जबकि क्लासरूम में साइकिलें बनाई जा रही हैं। इस मामले में स्कूल की प्रिंसिपल पुष्पलता चंदेल का कहना है कि पिछले चार वर्षों से इस स्कूल भवन में साइकिल बनाई जा रही हैं, जो बच्चों को मुफ्त बांटी जाती हैं। लेकिन यह व्यवस्था किसकी अनुमति से शुरू हुई – इसकी जानकारी उन्हें खुद नहीं है, क्योंकि वे हाल ही में यहां तबादले पर आई हैं।

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स्थिति इतनी खराब है कि स्कूल भवन जर्जर हो चुका है और बच्चों को बरामदे में बैठकर पढ़ाई करनी पड़ रही है। बारिश में खुले में पड़ी साइकिलें खराब हो रही हैं, उन पर जंग लग चुका है और पखवाड़ा बीत जाने के बाद भी जरूरतमंद बच्चों को साइकिल नहीं मिल पाई है। चौंकाने वाली बात ये है कि रैतवार अकेला स्कूल नहीं है। जिले में ऐसे कई सरकारी भवन हैं, जिन्हें साइकिल कारखाने में बदल दिया गया है। 

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सवाल ये उठता है कि शिक्षा विभाग के अफसर आखिर साइकिल ठेकेदारों पर इतने मेहरबान क्यों हैं। जिला पंचायत की उपाध्यक्ष अंजू व्योहार ने इस पूरे मामले को गंभीर बताते हुए शिक्षा विभाग के अधिकारियों पर भ्रष्टाचार के आरोप लगाए हैं और सख्त कार्रवाई की मांग की है। वहीं तहसीलदार शैलेश गौर का कहना है कि जांच कर उचित कार्रवाई की जाएगी।”

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