रायपुर। कोरोना काल में विपक्ष के निशाने पर आए स्वास्थ्य मंत्री टीएस सिंहदेव ने विपरित परिस्थिति में मृत्यु दर के मामले में प्रदेश की अन्य प्रदेशों की तुलना में बेहतर स्थिति का हवाला दिया है. उन्होंने कहा कि पूर्व मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह स्वयं मे़डिकल लाइन से जुड़े हुए हैं, इसके अलावा नेता प्रतिपक्ष का भी गहरा अनुभव है, अगर कमियों को दूर करने कोई सकारात्मक सुझाव देंगे तो स्वागत करेंगे.

मंत्री टीएस सिंहदेव ने पूर्व मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह के प्रदेश के कोरोना रिकवरी रेट में देश में सबसे कमजोर होने के बयान पर कहा कि कोरोना संक्रमण को लेकर पॉजिटिव केस और डिस्चार्ज होने वाले मामलों से कहीं ज्यादा महत्वपूर्ण मृत्यु दर है. मृत्युदर का बढ़ना चिंता का विषय होता है. इस मामले में छत्तीसगढ़ का आंकड़ा 0.95 से घटकर 0.85 पर आ गया है. यही नहीं देश में औसत मृत्यु दर 1.8 है, जिसके हम आधे में हैं. यह महत्वपूर्ण है.

मंत्री सिंहदेव ने विपक्ष के आरोपों के जवाब में कहा कि 200 टेस्टिंग वाला प्रदेश 12 हजार पार किया है. अगला टार्गेट 20 हजार का है. आरटीपीसीआर की सात लैंब हैं. नई लैब बनाओं को दो महीने का समय लगता है. डॉक्टर साहब स्वयं मेडिकल क्षेत्र से जुड़े हुए हैं, नेता प्रतिपक्ष का भी गहरा अनुभव है. तो बता दें कि आरडीपीसीआर लैब से कैसे ज्यादा टेस्ट किया जा सकता है.

उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार ने जब हमको अनुमति नहीं दी थी, तब हम लोगों लिखित रूप में पुल टेस्टिंग की मांग की थी. उसके बाद देशभर में पुल टेस्टिंग की अनुमति मिली थी. लेकिन पुल टेस्टिंग जहां ज्यादा पाजिटिव आ रहे वहां उचित नहीं माना जाता है. इसके अलावा ट्रू नेट पद्धति से 3-4 हजार टेस्ट प्रतिदिन करने का लक्ष्य रखा गया है. समस्या यह है कि इसमें इस्तेमाल होने वाला कार्टेज नहीं मिल रहा है, क्योंकि इसे देश की एक ही कंपनी बनाती है. इसके अलावा एंटी जेन पद्धति से टेस्टिंग की जा रही है. इसमें 10 हजार का टार्गेट दिया गया है.

तीन टेस्टिंग पद्धति के अलावा दुनिया में इसके अलावा कहीं और कोई पद्धति इस्तेमाल हो रहा हो तो बता दें. सकारात्मक सुझाव का हम स्वागत करेंगे.

उन्होंने कहा कि जितनी टेस्टिंग बढ़ाएंगे पॉजिटिव की संख्या और ज्यादा होगी. इस बात को हम दो महीने पहले कह रहे थे तो कोई मानने को तैयार नहीं था. यह कोई नई स्थिति नहीं है, जिसका हम सामना कर रहे हैं. हमने सोचा, समझा और टेस्टिंग पद्धति को अपनाया, टेस्टिंग के दायरे को आगे और बढ़ा सकते हैं. उन्होंने कहा कि अजय चंद्राकर कह रहे थे कि हमने एमसीआई और हाईकोर्ट के कहने पर आरटीपीसीआर लैब की संख्या बढ़ाई है. तो बता दें कि निर्देश आने से पहले हमारा काम चालू हो चुका था.

सिंहदेव ने कहा कि कोरोना संक्रमण के मामले में पीक कब होगा इसको लेकर सवाल है. अनुमान है कि सितंबर के आखिरी तक 2000 भी हो सकता है 3000 भी. देखने में आ रहा है कि यह एक दायरे तक ही अब तक सीमित है. स्थिति को देखते हुए लोगों को अगले एक-दो महीने कहीं भी आने-जाने से परहेज करना चाहिए.

पार्टी के शीर्ष नेतृत्व की संतुष्टि से मिलता है संबल

टीएस सिंहदेव ने आका को खुश करने के लिए कार्यक्रम आयोजित करने के सवाल पर जवाब देते हुए कहा कि चाहे घर-परिवार में बड़े बुजुर्ग की बात हो, या पार्टी में शीर्ष नेतृत्व को खुश करने की बात हो. यह मानव स्वभाव है. हम भी निश्चित रूप से चाहते हैं कि पार्टी का राष्ट्रीय नेतृत्व हमारे कार्यों से संतुष्ट रहे. हम चाहेंगे कि हमारा शीर्ष नेतृत्व हमारे कार्यों की समीक्षा करे और हमारे कार्यों में सहभागी बने. हमारे कार्यों से संतुष्ट हों तो आगे कार्य करने के लिए संबल मिलता है. जहां तक आयोजन का सवाल है, उसमें सोशल डिस्टेंसिंग का पालन किया गया था, लोगों को बुलाया गया हो ऐसा भी नहीं था.