सुप्रिया पाण्डेय रायपुर। राज्यसभा चुनाव को लेकर अन्य प्रदेशों के साथ राजस्थान में भी सियासी घमासान मचा है. राज्य की सियासी गतिविधियों का जायजा लेकर लौटे मंत्री टीएस सिंहदेव ने कांग्रेस प्रत्याशियों की जीत पर भरोसा जताया है. साथ ही उन्होंने छत्तीसगढ़ में ऑपरेशन लोटस नहीं चलने की बात कही.

राजस्थान से लौटने के बाद एयरपोर्ट पर मीडिया से रू-ब-रू होते हुए टीएस सिंहदेव ने कहा कि राजस्थान में स्थिति कांग्रेस के पक्ष में स्पष्ट दिखती है. राज्यसभा के लिए 3 सांसद चुने जाने हैं, 200 विधायकों में से 125 कांग्रेस पक्ष के हैं, इसमें कांग्रेस के 107 विधायकों के साथ दो बीपी पार्टी, दो कम्युनिस्ट पार्टी, एक आरएलडी और13 निर्दलीय हैं. वहीं भाजपा के 72 और बाजपा को समर्थन देने वाली पार्टी के 3 विधायक हैं. 50 वोट पाने वाले पहले तीन प्रत्याशी जीत जाएंगे. कांग्रेस के पास 125 वोट होने से पार्टी के दो प्रत्याशियों के राज्यसभा में जाने में कोई दिक्कत नहीं होगी.

राजस्थान में विधायकों की खरीद-फरोख्त को लेकर चल रहे आरोप-प्रत्यारोप पर सिंहदेव ने कहा कि चर्चा है कि लोगों को अप्रोच किया जा रहा. दलबदल करने के लिए अंतर बहुत ज्यादा है. लोगों की मानसिकता दिखी, लेकिन ना तो हम पार्टी छोड़ने वाले, ना राज्यसभा के सांसदों के दो कांग्रेस पक्ष चुने जाने में कोई भी डाउट है.

असुरक्षा की भावना से ग्रसित भाजपा

ऑपरेशन लोटस को लेकर उन्होंने कहा कि यहां सपना है ऑपरेशन लोटस. छतीसगढ़ में कुछ नहीं हो सकता. 5 साल तक कांग्रेस की सरकार रहेगी, अच्छे से काम करेगी, और हम लोग यह चाहेंगे कि और 5 साल हम लोगों को और मिले. भाजपा को बयान पर टीएस बाबा ने पलटवार करते हुए कहा कि सालों तक विपक्ष में रहकर एक असुरक्षा की भावना उन्हें ग्रसित कर चुकी है. सत्ता में आने के लिए येक-केन-प्रकारेण ये कुछ भी कर सकते हैं. उनकी कार्यपद्धति को देख रहे हैं, और यह महसूस होता है कि उनको सत्ता चाहिए. हमको गवर्नमेंट में रहना है, ये उनकी मानसिकता का आधार है.

यहां सरकार गिर सके ऐसी स्थिति नहीं

मध्यप्रदेश की स्थिति को लेकर सिंहदेव ने कहा कि इतना कम अंतर था कि शुरू से दिख रहा था. स्पष्ट बहुमत भी कांग्रेस के पास नहीं था. 230 की विधानसभा में बमुश्किल 115 भी कांग्रेस के पास नहीं थे. वहां की स्थिति दूसरी थी, कर्नाटक में दूसरी स्थिति बनी, गोवा में अलग प्रकार की स्थिति बनी. यहां कांग्रेस की सरकार गिर सके ऐसी स्थिति नहीं, बाकी इनको कुछ कहना है तो सरोज जी ने कुछ कह दिया होगा.

हमें कोरोना के साथ जीना है

प्रदेश में कोरोना के बढ़ते मामले पर बोले स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि चिंता की बात जरूर है. सामान्य जीवन को कोरोना के साथ जीना है, हमें इस सच्चाई के साथ जीना है. हमको गतिविधियों में भाग लेना है, कोरोना हमारे बीच में ना फैले यह हम सब की चुनौती है, और इन बातों को ध्यान में रखते हुए आगे काम करना होगा.

लॉकडाउन पर आज होगी चर्चा

प्रदेश में लॉक डाउन को लेकर उन्होंने कहा कि यह बात इसलिए आ रही है क्योंकि एकाएक करीब 1500 पॉजिटिव केस छत्तीसगढ़ में हो गए. लोग ठीक भी हो रहे हैं, लेकिन और लोग बाहर से आते जा रहे हैं. करीब डेढ़ लाख मजदूरों को आना है, फ्लाइट रोज चल रही है, और इसमें 700 लोग रोज आ रहे. इसी प्रकार ट्रेनें चल रही है, इसमें से लोग उतर रहे तो यह प्रक्रिया लोगों की कोरोना के लेकर आने की छत्तीसगढ़ में बनी हुई है. इसको कैसे हम सीमित कर सकते हैं, यह देखने वाली बात होगी. लॉकडाउन एक सहारा हो सकता है, उपाय नहीं है. अगर एक-दूसरे के संपर्क में नहीं आए तो कोरोना को रोका जा सकता है, तो दो हफ्ते करीब लॉकडाउन हो, इस तरह से कुछ लोग चाह रहे हैं, लेकिन ऐसा निर्णय अभी तक नहीं हुआ. आज मीटिंग है मुख्यमंत्री के साथ क्या निर्णय लेगा चाहेंगे आज पता चलेगा.

टेस्टिंग फेसेलिटी बढ़ाने बना रहे लैब

वहीं रेड जोन को लेकर सिंहदेव ने कहा कि क्वारेंटाइन सेंटर में तो दिक्कत नहीं है, ना पब्लिक क्वारेंटाइन में दिक्कत है, ना आइसोलेशन वार्ड में और ना आईसीयू में. कहीं-कहीं तैयारी और करनी पड़ रही है. टेस्टिंग के लिए हमारे पास सैंपल ज्यादा आ रहे हैं, और टेस्टिंग की क्षमता ही नहीं है. इस कारण से सैंपल लेने में हम लोगों को थोड़ा दिक्कत हो रहा है. टेस्टिंग की फैसिलिटी बढ़ाने के लिए लैब तैयार किए जा रहे हैं. महीने के आखिर तक तैयार हो जाएंगे और लग रहा है कि थोड़ा विलंब होगा, लेकिन अंबिकापुर के पहले हफ्ते में चालू हो जाएगा.