शब्बीर अहमद, भोपाल। मध्यप्रदेश की राजधानी भोपाल (Capital bhopal) के इतिहास को लेकर तू-तू मैं मैं जारी है। भोपाल गौरव दिवस पर गीतकार मनोज मुंतशिर (Manoj muntshir) द्वारा भोपाल की पहचान नवाबों से नहीं बल्कि राजाभोज (King Bhoj) वाले बयान पर बवाल मच गया है। उनके बयान का जहां सत्ताधारी बीजेपी (BJP)के लोगों ने समर्थन किया है वहीं कांग्रेस (Congress) ने विरोध जताया है। अब इसी कड़ी में नवाब काल पर सवाल उठाने पर हिस्ट्री फोरम भड़क गया है।

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हिस्ट्री फोरम के शाहनवाज खान ने मामले को लेकर बड़ा बयान दिया है। कहा कि मनोज मुंतशिर भोपाल के नहीं हम भोपाली हमें यहां के इतिहास की जानकारी है। मनोज मुंतशिर जहां रहते हैं वहां जाकर नाम बदलने की बात करें। कहा कि 1 जून 1949 में भोपाल के आजाद होने की जानकारी झूठी है। भोरात 1947 को आजाद हो गया था। 1947 भारत में भोपाल शामिल हो गया था। भोजपाल का शासनकाल सन 1000 से 10050 तक रहा है। 600 साल तक भोपाल में किसी और ने शासन किया।ढाई सौ साल का भोपाल में नवाब काल का शासन रहा है। सन 1700 से भोपाल में नवाब काल का दौर शुरू हुआ। राजा भोज ने नहीं नवाबों ने भोपाल की स्थापना की थी। कहा कि चुनाव के कारण इस तरह के मुद्दे उठाए जा रहे हैं।

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