रायपुर। छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर में कोरोना लॉकडाउन के बीच नगर निगम के स्वास्थ्य अधिकारियों ने तुगलगी फरमान जारी किया है. स्वास्थ्य अधिकारियों ने मैसेज जारी कर सुपरवाइजरों को बिना मास्क पहने और सार्वजनिक जगहों में थूकने पर कम से कम 20 लोगों का चालान काटकर जुर्माना वसूलने का टारगेट दिया गया है. निर्देश के बाद सुपरवाइजरों ने चालानी कार्रवाई करने का काम शुरु भी कर दिया है. इस तरह का टारगेट देकर जबरन चालान कटवाना कितना सही है ? आम जनता के पास कोरोना संकट की घड़ी में खाने को लाले पड़ें है, ऐसे समय में तुगलकी फरमान जारी कर टारगेट देना लोगों के पेट पर लात मारना है.
नगर निगम के स्वास्थ्य अधिकारियों द्वारा जारी मैसेज में सभी सुपरवाइजरों को जुर्माना वसूलने का टारगेट दिया है. नगर निगम के सभी जोन के सुपरवाइजरों को यह मैसेज जारी किया गया है. जिसमें कहा गया है कि वार्डों में बिना मास्क के चलने वाले लोगों पर 250 रुपए और सार्वजनिक जगह पर थूकने पर 100 रुपए का जुर्माना वसूला जाए.
स्वास्थ्य अधिकारियों द्वारा जारी मैसेज में ये भी कहा है कि प्रत्येक वार्ड से कम-से-कम 20 लोगों का चालान काटने का टारगेट दिया गया है. यह एक ही दिन नहीं, बल्कि सुपरवाइजरों को प्रतिदिन 20 लोगों का चालान काटने को कहा गया है. राजधानी के अलग-अलग जोन कमिश्नर ने सुपरवाइजरों को मैसेज जारी कर जुर्माना वसूलने के निर्देश दिया है.
सुपरवाइजर निर्देशों का पालन करते हुए सड़कों पर जो भी बिना मास्क या थूकता मिल रहा है उसका चालानी कार्रवाई कर रहे हैं. एक सब्जी व्यापारी ने गमछा लगाया हुआ है. इसके बावजूद उसका चालान काटा गया. किराना व्यापारियों का चालान काटा गया है. वार्ड क्र. 55 मे मास्क नहीं पहनने पर 14 लोगों पर चालानी कार्रवाई कर 700 रुपए राजस्व वसूला गया है.
वहीं इस मामले में जोन कमिश्नर चन्दन शर्मा ने बताया कि जिला प्रशासन के निर्देश का अनुपालन किया जा रहा है. चालान काटने का अधिकार निगम के वार्ड सुपरवाइजरों को दिया गया है. वार्डो में नागरिकों के स्वास्थ्य एवं कोरोना वायरस के संक्रमण पर नियंत्रण करने और सोशल डिस्टेंससिंग का पालन कराने के लिए ये कार्रवाई की जा रही है.