खिरेन्द्र यादव, कोंडागांव। ईदउल अजहा को लेकर मुस्लिम समुदाय की तैयारियां शुरू हो चुकी है. महज चंद रोज बाद आने वाले इस त्योहार में कुर्बानी के लिए अलग–अलग नस्ल के बकरों को तैयार करने लगे हैं. ऐसे ही देसी नस्ल के एक बकरे ‘टुन्नू‘ को उसके मालिक ने कुर्बानी के लिए तैयार किया है. जिसकी कीमत उन्होंने सवा लाख रुपए रखी है.
बकरीद के आते ही लोग कुर्बानी करने के लिए बकरे की खरीदारी कर रहे हैं. बाजार में वजन और नस्ल के हिसाब से अलग–अलग कीमत पर बकरे बिक रहे हैं. कोंडागांव जिले के जामकोट पारा में रहने वाले यूसुफ अली ने भी इस अवसर के लिए बकरा तैयार किया है. देसी नस्ल से क्रासिंग में जन्मे इस बकरे ‘टुन्नू‘ को पत्ते और गेहूं के अलावा मक्का और ड्राई फूड खिला कर पाला है. बकरे के व्यवसायी यूसफ़ अली बकरीद के मौके पर कुर्बानी के लिए इस सवा क्विंटल वजन वाले बकरे को सवा लाख में बेचना चाहते हैं.
बात करें ईद उल अजहा (बकरीद) की तो इस साल चांद देखे जाने के बाद 31 जुलाई या फिर एक अगस्त को यह त्योहार मनाया जाएगा. कोरोना के संक्रमण को देखते हुए इस साल की ईद थोड़ी अलग रहेगी. कोंडागांव जामा मस्जिद सदर ने सभी मुसलमानों से कोरोना संक्रमण के खतरे को देखते हुए तमाम एहतियात बरतने के अपील की है. उन्होंने कहा कि सभी मुसलमानों को इस बात का ध्यान रखना होगा कि ईद पर शारीरिक दूरी का पूरी तरह से पालन हो, इसके अलावा मास्क और सैनिटाइजर का भी इस्तेमाल करते रहें.