तुर्की और सीरिया में भूकंप (Turkey-Syria Earthquake) से हालात बिगड़ते जा रहे हैं. तबाही के इस मंजर में अब तक मरने वालों का आंकड़ा 11 हजार के पार हो गया है. वहीं घायलों की संख्या करीब 40 हजार के करीब हो गई है. दोनों देशों की मदद के लिए 70 से भी ज्यादा देश आगे आए हैं. भारत भी ‘ऑपरेशन दोस्त’ के तहत मदद भेज रहा है. इधर, भारत के विदेश मंत्रालय ने बुधवार को बताया कि तुर्की में भूकंप आने के बाद से ही एक भारतीय नागरिक लापता है. इसके अलावा वहां 10 भारतीय फंसे हुए हैं.

जानकारी के मुताबिक तुर्की और सीरिया में बर्फबारी और बारिश के कारण बचाव कार्य प्रभावित हो रहा है. इमरजेंसी सर्विसेज की टीमों को रेस्क्यू में काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है. वहीं मीडिया रिपोर्ट्स की मानें तो एक्सपर्ट्स का कहना है कि तुर्की में टैक्टोनिक प्लेट्स 10 फीट (3 मीटर) तक खिसक गईं हैं.

विशेषज्ञों के मुताबिक एनाटोलियन टैक्टोनिक प्लेट और अरबियन प्लेट एक दूसरे से 225 किलोमीटर दूर खिसक गई है. इसके चलते तुर्की अपनी भौगोलिक जगह से 10 फीट खिसक गया है. बता दें कि मंगलवार को दोनों देशों में 7.8 की तीव्रता का भूकंप महसूस किया गया था. जिसमें 4300 लोगों की जान चली गई थी. अब ये आंकड़ा दोगुना से भी ज्यादा हो गया है. भूकंप के झटके इतने तेज थे कि हजारों इमारतें ताश के पत्तों की तरह ढह गईं थी. ऐसा ही मंजर सीरिया में भी देखने को मिला.