नई दिल्ली। भारत द्वारा भेजे गए गेहूं की खेप को तुर्की सरकार ने लेने से इनकार कर दिया है. गेंहू की खेप में फाइटोसैनिटरी की शिकायत के बाद तुर्की सरकार ने खेप को वापस भेजने जा रही है. 56877 टन गेहूं की यह खेप कंडला पोर्ट वापस आ रहा है. तुर्की सरकार के इस कदम के साथ शेष बचे 15 मिलियन टन गेहूं की खेप को लेकर व्यापारियों में चिंता बढ़ गई है.
जानकारी के अनुसार, भारत सरकार के गेहूं निर्यात पर प्रतिबंध लगाए जाने के बाद ‘इसे एकडेनिज’ जहाज में 56,877 टन गेहूं लोड करके तुर्की भेजा गया था. तुर्की में जहाज के पहुंचने के बाद गेहूं की जांच में रूबेला नाम की बीमारी पाई थी, जिसके बाद तुर्की के कृषि मंत्रालय ने खेप को लेने से इनकार कर दिया. हालांकि, इस मामले में अभी भारत के कृषि मंत्रालय ने कोई टिप्पणी नहीं की है.
हालांकि, भारत गेहूं का बड़ा निर्यातक नहीं है, लेकिन तुर्की के इस कदम से भारत से गेहूं के निर्यात पर असर पड़ने की आशंका है. दरअसल, यूक्रेन-युद्ध के कारण गेहूं की आपूर्ति गंभीर रूप से प्रभावित हुई है. वैश्विक कमी को पूरा करने के लिए भारत की आपूर्ति पर अनेक देश भरोसा कर रहे हैं. इस साल मार्च में एक्सपोर्टर्स ने रिकॉर्ड 70 लाख टन शिप किया था.
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