राकेश कन्नोजिया, बलरामपुर. बलरामपुर जिले में बाबा बच्छराज कुंवर दर्शन स्थल के लिए चर्चित माना जाता है. इसी स्थान पर कुछ महीने पहले ग्राम सनावल से एक परिवार दर्शन के लिए पहुंचा था. मारकम पहाड़ी के ऊपर परिवार का एक सदस्य किष्नु राम नाम का व्यक्ति दर्शन के लिए गया था, पर देर रात होने पर भी वहां से वापस नहीं लौट पाया. जिससे परिजन परेशान हो गए काफी देर खोजबीन के बाद भी उसका कोई पता नहीं चल सका. जिसके बाद परिजनों ने 24 मई को चलगली थाना गुम होने की रिपोर्ट दर्ज करा दी.
पुलिस रिपोर्ट के परिजनों के रिपोर्ट के आधार पर व्यक्ति की तलाश में जुट गई थी. पुलिस उस व्यक्ति की बहुत तलाश की पर वह कहीं नहीं मिला. लेकिन शुक्रवार को एक चरवाहे को पहाड़ी के नीचे एक कंकाल दिखाई दिया. कंकाल देखते ही चरवाहा घबरा गया और भागते हुए पुलिस थाने पहुंचा और इसकी जानकारी पुलिस को दी. पुलिस ने चरवाहे के बताए अनुसार मौके पर पहुंचकर कंकाल को देखा, लेकिन कंकाल को देखकर उसका पहचान नहीं किया जा सकता था. पुलिस को वो पुराना दर्ज किया गया रिपोर्ट याद आ गया. जिसके बाद पुलिस ने सनावल गांव के परिजनों को इसकी सूचना दी.
सूचना मिलते ही परिवार चलगली थाना पहुंचे. पुलिस ने मारकम पहाड़ी की ओर परिजनों को लेकर पहुंच गए. मेन रोड़ से करीब दस किलोमीटर मारकम पहाड़ी के खाई में शव का कंकाल बिखरा पड़ा हुआ था. परिजन भी शव की पहचान नहीं कर पा रहे थे. लेकिन उसी दौरान कंकाल की तलाशी ली गई. उसके जेब से 20 रुपए बरामद हुआ. परिजनों ने उसी 20 रुपए के नोट को देखकर उस कंकाल की पहचान किष्नु राम के रुप में की.
परिजनों ने बताया कि किष्नु राम के पास जेब में सिर्फ बीस रुपए था. उसके अलावा उसके पास एक रुपए भी नहीं था. उसके जेब से जो पैसा मिला है, वो नोट उन्होंने ने ही उसे दिया था. जिसे देखकर उसकी पहचान की जा सकी. साथ ही उसके पकड़े और पहनावे को देखकर भी इस कंकाल की पहचान हो पाया.
वहीं चलगली पुलिस ने कंकाल का पंचनामा कर पहाड़ी से नीचे ही शव का पोस्ट मार्टम किया गया. हालांकि पुलिस इस बात का खुलासा नहीं किया है कि इस व्यक्ति की मौत किस वजह से हुए है. पुलिस यह भी पता कर रही है कि उसकी मौत पहाड़ी से गिरने की वजह से हुए है या फिर मौत की कोई और वजह है. फिलहाल चलगली पुलिस ने मर्ग कायम कर इस मामले की जांच में जुट गई है.