Twins Towers Blast Story: नोएडा में भ्रष्टाचार की इमारत (Twins Towers Blast Story) ढह गई है. समय पर सायरन बजने के साथ ही सुपरटेक ट्विन टावर्स में विस्फोट (Explosion in Supertech Twin Towers) किया गया और कुछ ही सेकंड में इमारत जमींदोज (Noida Twin Towers Blast) हो गई. धमाकों की आवाज के साथ दूर-दूर तक धूल का गुबार फैल गया. दोनों गगनचुंबी इमारतें ताश के पत्तों की तरह बिखर गईं.
दिल्ली से सटे नोएडा में कुतुब मीनार (Qutub Minar) से ऊंचे दो रिहायशी टावर धमाके (Twins Towers Blast Story) के साथ मिट्टी में मिल गए. मिली जानकारी के अनुसार योजना के तहत नोएडा में सुपरटेक बिल्डर (Supertech Builder in Noida) के ट्विन टावर्स (Cyan and Apex) में रविवार दोपहर 2:30 बजे 3700 किलोग्राम बारूद से धमाका किया गया. इसके बाद दोनों टावर 9 से 13 सेकेंड के अंदर नीचे आ गए. इसके साथ ही कुछ देर धूल के बादल छाए रहे.
लोगों को जानकर हैरानी होगी कि ये दोनों मीनारें दिल्ली की ऐतिहासिक इमारत कुतुब मीनार से भी ऊंची थीं. कुतुब मीनार (Qutub Minar) की ऊंचाई जहां महज 72.2 मीटर है. वहीं नोएडा सेक्टर-93ए में अवैध रूप से बने सियान और एपेक्स टावर्स (Apex Towers in Noida Sector-93A) की ऊंचाई 100 मीटर से ज्यादा थी. जहां एपेक्स टॉवर 32 मंजिला था, सियान 29 मंजिला था, लेकिन रविवार दोपहर को इतिहास बन गया.
इन दोनों अवैध टावरों को सुप्रीम कोर्ट के आदेश के बाद ध्वस्त कर दिया गया. इन टावरों को गिराने वाली एफडीआई कंपनी के इंजीनियरों का कहना है कि योजना के मुताबिक नोएडा में सुपरटेक के अवैध ट्विन टावरों में तड़के ठीक 2.30 बजे विस्फोट किया गया.
ट्विन टावर 9 से 13 सेकंड में ढह गए
इंडियन ब्लास्ट Fdis कंपनी से जुड़े चेतन दत्ता ने रिमोट का बटन दबा कर ब्लास्ट कर दिया. उन्होंने करीब 50-70 मीटर की दूरी से ब्लास्ट करने के लिए रिमोट का बटन दबाया. इसके बाद दोनों टावर 9 से 13 सेकेंड में जमीन पर ढेर हो गए.
एडफिस इंजीनियरिंग के अधिकारियों का कहना है कि ‘वाटर फॉल इम्प्लोजन’ तकनीक का इस्तेमाल कर जुड़वां टावरों को सुरक्षित रूप से ध्वस्त कर दिया गया है. जुड़वां टावर निकटतम इमारत एपेक्स और सियान से सिर्फ 9 मीटर की दूरी पर थे, इसलिए सावधानी बरती गई और इमारतों को कोई नुकसान नहीं हुआ.
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