माइक्रो ब्लॉगिंग साइट Twitter के को-फाउंडर और पूर्व CEO, Jack Dorsey ने Elon Musk के कंपनी को टेकओवर करने के बाद इसमें काम कर रहे और हटाए गए स्टाफ से माफी मांगी है. उन्होंने कहा कि मौजूदा स्थिति के लिए वह दोषी हैं और उन्हें पता है कि बहुत से लोग उनसे नाराज हैं. ट्विटर के नए बॉस बनने के बाद एलन मस्क ने आधे से ज्यादा कर्मचारियों को कंपनी से निकाल बाहर कर दिया. इनमें से ज्यादातर कर्मचारी या तो भारतीय हैं, या भारतीय मूल के हैं. कर्मचारियों की छटनी पर ट्विटर के फाउंडर जैक डॉर्सी ने मांगी माफी है.

डोर्सी ने एक ट्वीट में कहा कि ट्विटर पर पहले और वर्तमान में काम करने वाले लोग बेहद प्रतिभावान हैं. वे हमेशा एक रास्ता खोज लेंगे, चाहे वह कितने ही कठिन समय में क्यों ना हो. मुझे एहसास है कि बहुत से लोग मुझसे नाराज हैं. इस स्थिति की जिम्मेदारी मेरी है, मैं इसके लिए माफी चाहता हूं. ट्विटर के लिए काम करने वाले हर व्यक्ति के लिए अपना आभार और प्यार व्यक्त करते हुए उन्होंने कहा कि उन्हें यह उम्मीद नहीं थी कि कभी भी इस भावना का आदान-प्रदान किया जाएगा. डोर्सी ने कहा “मैं उन सभी के लिए आभारी हूं और उन्हें प्यार करता हूं, जिन्होंने कभी भी ट्विटर पर काम किया है.

मंदी के असर से कंपनी को बचाने हो रही छटनी

ट्विटर ने भारत में कर्मचारियों की छटनी शुरू कर दी है. सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म के नए मालिक एलन मस्क ने 44 बिलियन अमरीकी डॉलर में ट्विटर के अधिग्रहण को अपरिहार्य बनाने और मंदी के असर से कंपनी को बचाने के लिए वैश्विक स्तर पर छटनी के निर्देश दिए हैं. सूत्रों की मानें तो इंजीनियरिंग, बिक्री, विपणन और संचार टीमों में छटनी की गई है. हालांकि ये स्पष्ट नहीं है कि भारत में नौकरी से निकाले गए कर्मचारियों को क्षतिपूर्ति के तौर पर कितना भुगतान किया गया है. कहा ये भी जा रहा है कि भारत में पूरे मार्केटिंग (विपणन) और संचार (कम्यूनिकेशन) विभाग को बर्खास्त कर दिया गया है.

मस्क ने कहा हमारे पास कोई विकल्प नहीं है

भारत समेत दुनियाभर में ट्विटर के कर्मचारियों की छटनी के बीच एलन मस्क ने अपने कदम को सही ठहराते हुए कहा है कि कंपनी के हर दिन लाखों डॉलर का नुकसान झेलने की स्थिति में उनके पास छंटनी के अलावा कोई विकल्प ही नहीं बचा था. मस्क ने शनिवार को एक ट्वीट में कहा कि “ट्विटर के मैनपावर में कटौती का जहां तक सवाल है तो कंपनी के 40 लाख डॉलर प्रतिदिन का नुकसान उठा रही है, तो दुर्भाग्य से हमारे पास कोई विकल्प नहीं रहा.

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