पंकज सिंह भदौरिया, दंतेवाड़ा. पुलिस लगातार नक्सलियों के खिलाफ अभियान चला रही है. जिसके बाद पुलिस को बड़ी सफलता हाथ लगी है. शनिवार को पुलिस ने दो नक्सलियों को गिरफ्तार किया है. नक्सलियों से पूछताछ में कुछ अहम सुराग मिल सकते है.

दरअसल पूरा मामला किरंदुल थाने के गुनियापाल इलाके का है. पकड़े गए आरोपी चोलनार ब्लास्ट में नक्सलियों की मदद की थी. नक्सली नरेश तेलामी और कमलेश उर्फ प्रदीप शामिल है. पुलिस ने इन्हें एरिया सर्चिंग के दौरान गिरफ्तार किया है.

पुलिस ने बताया कि दोनों नक्सली लंबे समय से नक्सली संगठन से जुड़े हुए है. जो हिंसक गतिविधियों को अंजाम देने में काम करते थे. मलंगीर दलम के शीर्ष कैडर के नक्सली प्रदीप, जीवन, गुंडाधूर, विनोद, चैतू, गणेश वीइके को जब भी गोला बारूद और असलाह की जरूरत पड़ती थी. तब नरेश तेलामी को सूचना दिया करते थे. नरेश तेलामी और कमलेश किरंदुल, जगदलपुर शहरी नेटवर्क के माध्यम से सामान खरीदकर नक्सलियों को सप्लाई किया करते थे.

पुलिस दोनों नक्सलियों से पूछताछ कर रही है. पूछताछ में कुछ अहम जानकारी मिल सकती है. जिसके बाद और भी कार्रवाई की जाएगी. साथ ही नक्सलियों का सफाया किया जाएगा.

बता दें कि 20 मई को दंतेवाड़ा के चोलनार नक्सली ब्लास्ट में 7 जवान शहीद हो गए हैं. सभी जवान जिला पुलिस बल के थे. जिला पुलिस के जवान जगरगुंडा से लौट रहे थे. ब्लास्ट में 50 किलो के आईईडी का इस्तेमाल किया गया है. जिसके बाद जानकारी मिल रही थी कि नक्सलियों ने पूरे घटना को सुनोयित तरीके से अंजाम दिया है. सूत्रों के अनुसार घटना में 150 से 200 के आस पास नक्सली मौजूद थे. पुलिस वाहन को उड़ाने में मलांगिर एरिया कमेटी के माओवादियों का हाथ होना बताया गया. इतना ही नहीं  घटना के मास्टरमाइंड के रुप में  विनोद और प्रदीप का नाम सामने आया है. नक्सलियों ने इन्हीं मास्टर माइंड के सामने करीब 2 सौ मीटर की दूरी पर इलेक्ट्रॉनिक वायर बिछाकर धमाका किया था.