चंडीगढ़, पंजाब। डीजीपी गौरव यादव ने मंगलवार को कहा कि पंजाब पुलिस के एंटी गैंगस्टर टास्क फोर्स (एजीटीएफ) ने बठिंडा पुलिस के साथ संयुक्त अभियान में गैंगस्टर गोल्डी बराड़ और अनमोल बिश्नोई के दो करीबी सहयोगियों को गिरफ्तार किया है. उन्हें उस वक्त पकड़ा गया, जब वे हरियाणा भागने का प्रयास कर रहे थे. गिरफ्तार लोगों की पहचान बठिंडा के भैनी गांव के मलकीत सिंह उर्फ किट्टा और बठिंडा के अकलिया जलाल गांव के हरदीप सिंह उर्फ मम्मा के रूप में हुई है. दोनों आरोपी हिस्ट्रीशीटर हैं और जघन्य अपराधों के कई मामलों में पुलिस द्वारा वांछित हैं.

7 पिस्तौल, गोला-बारूद और पुलिस वर्दी बरामद

पुलिस ने उनके कब्जे से 7 पिस्तौल, (छह .32 बोर और एक .30 बोर) गोला-बारूद और एएसआई रैंक की एक पुलिस वर्दी के अलावा उनकी मोटरसाइकिल को जब्त कर लिया है, जिसका उपयोग वे भागने की कोशिश में कर रहे थे. यह घटना अमृतसर के भकना गांव में एक मुठभेड़ के दौरान पंजाबी गायक सिद्धू मूसेवाला के दो हत्यारों को एजीटीएफ द्वारा मार गिराए जाने के कुछ ही दिनों बाद हुई है. गैंगस्टर गोल्डी बराड़ फिलहाल कनाडा में रह रहा है और मूसेवाला की हत्या का मास्टरमाइंड है.

ये भी पढ़ें: खालिस्तानी आंदोलन के फिर से उभरने की कोई संभावना नहीं, लेखक रमेश इंदर सिंह ने अपनी किताब में किए कई खुलासे

सिद्धू मूसेवाला हत्याकांड के एंगल से भी जांच

डीजीपी गौरव यादव ने कहा कि एक मोटरसाइकिल पर राज्य से भागने की कोशिश कर रहे गोल्डी बराड़ के दो सहयोगियों के पास बड़ी संख्या में हथियार ले जाने के बारे में एक इनपुट के बाद एजीटीएफ ने उन्हें पकड़ लिया. उन्होंने कहा कि प्रारंभिक जांच से पता चला है कि गिरफ्तार किए गए आरोपियों ने गोल्डी बराड़ के निर्देश पर जैसलमेर में राजस्थान के एक गैंगस्टर कैलाश मंजू की हत्या का असफल प्रयास किया था, जब वह जमानत पर बाहर था. डीजीपी ने कहा कि गिरफ्तार लोगों ने गैंगस्टर सुखा दूनेके के 3 सहयोगियों डागर, फतेह नगर और कौंसल चौधरी को भी मारने की कोशिश की थी, जब पुलिस उन्हें कबड्डी खिलाड़ी संदीप नंगल अंबिया हत्या मामले में प्रोडक्शन वारंट पर लाई थी. डीजीपी ने कहा कि पुलिस मूसेवाला हत्याकांड एंगल से भी जांच कर रही है.

ये भी पढ़ें: कारगिल दिवस: सीएम भगवंत मान ने दी शहीदों को श्रद्धांजलि, कहा- ‘परिवार की 1 करोड़ से मदद करेगी पंजाब सरकार’