हेमंत शर्मा, रायपुर। बिल्डिंग मटेरियल सप्लायर से दो कारोबारियों की ठगी का मामला सामने आया है. आरोपी कारोबारियों ने सवा करोड़ का माल खरीदने के बाद चेक से 73 लाख के भुगतान का झांसा दिया, लेकिन चेक बाउंस हो गए. रकम नहीं मिलने पर बिल्डिंग मटेरियल सप्लायर ने खम्हरडीह थाना पुलिस ने धोखाधड़ी का केस दर्ज कराया है.
अवंति विहार में सीमेंट एवं सरिया डिस्ट्रीब्यूटर का काम करने वाले कारोबारी राहुल फरमानिया ने थाना में दर्ज शिकायत में बताया कि प्रफुल्ल पटेल व मनीलाल पटेल ने उसके फर्म से 73,14,944 रुपए की धोखाधड़ी की है. दोनों ने 2 अप्रैल 2017 को रजबंधा मैदान स्थित पुराने कार्यालय पहुंचकर अपने फर्म मेसर्स प्रफुल्ल पटेल व मेसर्स जे.पी. इन्फ्रा के माध्यम से किसी कम्पनी को सीमेंट और लोहे की सरिया सप्लाई करने की बात कहते हुए उधारी में माल सप्लाई करने की बात कहते हुए पेमेंट भुगतान की जवाबदारी ली थी.
दोनों के कहने पर 2 मार्च 2017 से 31 अगस्त 2019 तक कुल 1,60,75,044 रुपए की माल सप्लाई की, जिसके एवज में 87,60,100 रुपए का भुगतान किया गया, बाकी की रकम का भुगतान चेक से लेने की बात कहते हुए प्रफुल्ल पटेल ने 30 दिसंबर 2019 को 48,00,000 रुपए का चेक और 2 जनवरी 2020 को 25,00,000 रुपए का चेक दिया था, जिसके भुगतान के लिए चेक जमा किए जाने पर खाते में पर्याप्त रकम नहीं होने पर चेक अनादरित (चेक बाउंस) हो गया.
राहुल ने बताया कि चेक भुगतान के लिए दो बार और बैंक में लगाया लेकिन दोनों ही बार फिर से बाउंस होने पर प्रफुल्ल पटेल के फर्म एवं घर मे पता किया तो पता चला कि प्रफुल्ल पटेल अपना फर्म बंद कर घर छोडकर परिवार सहित बाहर भाग गया है. प्रफुल्ल के नहीं मिलने पर उसने उसके मामा मनी लाल पटेल से रकम की मांग की तो वे प्रफुल्ल पटेल के आने पर भुगतान करवा देने का आश्वासन देते रहे, लेकिन अभी तक प्रफुल्ल पटेल नहीं मिला है, और न ही मनीलाल रकम भुगतान कर रहा है. उन्होंने रिपोर्ट में बताया कि दोनों मामा-भांजा प्रफुल्ल पटेल एवं मनीलाल पटेल मिलकर जानबूझकर 73,14,944 रुपए की धोखाधड़ी किये हैं.
आठ महीने से फरार है आरोपी
खम्हारडीह पुलिस के मुताबिक, प्रार्थी ने आरोपी प्रफुल्ल पटेल और उसके मामा मनी लाल पटेल को कुल 1,60,75,044 का सीमेंट और लोहे की सप्लाई की है, इसमे से आरोपियों ने 87,60,100 का भुगतान कर दिया और बाकी रकम चेक से लेने की बात कही. 48 और 25 लाख रुपये का चेक उनके द्वारा दिया गया..जब प्रार्थी ने यह चेक बैंक में लगाया तो वह बाउंस हो गया..इस तरिके से आरोपियों ने उससे धोखाधड़ी की है..पता चला है कि इसमें से एक आरोपी प्रफुल्ल पटेल पिछले आठ माह से फरार है.