रायपुर। छत्तीसगढ़ के रायगढ़ से लगे ओडिशा के सुंदरगढ़ में कोल वाशरी में कब्जे को लेकर दो कोयला व्यवसायी आमने समाने आ गए. मामला सुंदरगढ़ जिला अंतर्गत हिमगिर के कोलमाइंस क्षेत्र का है, जहां कब्जे को ​लेकर दो कारोबारी गुटों के बीच जमकर मारपीट, आगजनी, तोड़फोड़ के साथ कई राउंड फायरिंग हुई.

विवाद में रायगढ़ के दो कोल कारोबारियों के नाम सामने आए हैं, जिनमें रायगढ़ का एक पूर्व भाजपा विधायक का बेटा और दूसरा एक अन्य कारोबारी है. आगजनी, गोलाबारी तथा तोडफ़ोड़ की इस घटना में सात घायल हुए हैं, जिनमें एक की हालत गंभीर बताई जा रही है.

पुलिस से मिली जानकारी के अनुसार बीती शाम जिले की सीमा से लगे ओडिशा में सुंदरगढ़ जिले में कोयला कारोबार को लेकर जंग छिड़ी. इसमें कई राउंड फायरिंग भी हुई. पुलिस ने इस बात की पुष्टि करते हुए कहा कि दोनों ही गुट रायगढ़ के हैं.

जानकारी के मुताबिक लंबे अर्से से रायगढ़ के दोनों कोल कारोबारियों के बीच ओडिशा के सुन्दरगढ़ जिले में आने वाले गर्जना बहाल में स्थित कोलवाशरी के मालिकाना हक को लेकर विवाद चल रहा था. इसी विवाद के परिणामस्वरूप रायगढ़ के ही एक गुट ने कोलवाशरी में कब्जा जमाकर ताला बंद कर दिया था. जानकारी मिलने के बाद रायगढ़ के ही दूसरे गुट के लोग वाहनों में हथियारों से लैस होकर ओडिशा स्थित कोलवाशरी पहुंच गए, जहां ओडिशा के गुर्गों के सहारे एक गुट ने पहले से ही वाशरी पर कब्जा जमा रखा था. आमने-सामने होने के बाद दोनों ही गुटों में गोलियां चलने लगी, इस पूरी वारदात में सात लोगों के गंभीर रूप से घायल होने की जानकारी है.

सभी घायलों में दो को रायगढ़ के ही एक निजी अस्पताल में इलाज के लिए भर्ती कराया गया है. सुंदरगढ़ एसपी ने इस मामले की जांच के लिए 15 पुलिस अफसर-कर्मचारियों की एसटीएफ बना दी है, जो छत्तीसगढ़ में भी गिरफ्तारियां करेगी.