Muzaffarnagar News. मुजफ्फरनगर के बहुचर्चित रामपुर तिराहा कांड में पीएसी के दो सिपाही मिलाप सिंह और वीरेंद्र प्रताप सिंह महिलाओं से रेप में दोषी करार दिए गए. 18 मार्च को सजा पर फैसला आएगा.
बता दें कि 1994 में उत्तराखंड को अलग राज्य बनाने की मांग को लेकर देहरादून के सैकड़ों लोग बसों में भरकर दिल्ली जा रहे थे. मुजफ्फरनगर में पुलिस ने इन्हें रोक लिया. पुलिस की फायरिंग में 7 आंदोलनकारियों की मौत हुई थी. इस मामले में कई पुलिसवालों पर हत्या, रेप, डकैती के भी आरोप लगे थे. पीएसी के जवानो ने कई उत्तराखंडी महिलाओ के साथ रेप किया था. स्थानीय लोगों की मदद से काफी महिलाओं की अस्मत बच पाई थी.
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आंदोलन करने वाली एक महिला से सामूहिक दुष्कर्म के 29 वर्ष बाद मुजफ्फरनगर के अपर जिला एवं सत्र न्यायाधीश शक्ति सिंह ने दो आरोपितों को दोषी करार दिया है. दोनों पीएसी में सिपाही पद से सेवानिवृत्त हैं. 18 मार्च को सजा सुनाई जाएगी.
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