हेमंत शर्मा/मनोज उपाध्याय, इंदौर/मुरैना। मध्य प्रदेश की दो बेटियों ने सीए की परीक्षा में पहला और दूसरा रैंक लाकर सूबे का नाम रोशन किया। मुरैना की नंदिनी अग्रवाल ने ऑल इंडिया में नंबर वन रैंकिंग और इंदौर की साक्षी ऐरन ने देश में दूसरा स्थान प्राप्त किया है। वहीं इस परीक्षा में नंदिनी के भाई सचिन अग्रवाल ने देश में 18 वां रैंक हासिल किया है। दोनों बेटियों के इस प्रदर्शन पर प्रदेश भर से उन्हें बधाईयां मिल रही हैं।

देश में पहला स्थान प्राप्त करने वाली नंदिनी अग्रवाल ने इस मुकाम को हासिल करने के अपने सफर के बारे में बताया। उन्होंने कहा कि वह जब तक अपना काम पूरा नहीं कर लेती थी, सोती नहीं थी। हर दिन पढ़ने का एक लक्ष्य बनाती थी और उसे पूरा करके वह सोती थी। इसी जुनून में नंदनी को सीए की परीक्षा की ऑल इंडिया रैंकिंग में प्रथम स्थान दिलाया। नंदनी सोशल मीडिया से पूरी तरह दूर रहती हैं। अब नंदनी ने IIM को अपना लक्ष्य बनाया है। वह हमेशा से ही पढ़ाई में अव्वल रही हैं। नंदनी का कहना है कि पढ़ाई के लिए अच्छा वातावरण निर्मित करने में परिवार का बड़ा योगदान होता है। हर माता-पिता अपने बच्चों के उच्च शिक्षा के लिए पैसा तो खर्च करते हैं लेकिन उन्हें अच्छा वातावरण, जिसमें वह मन और मस्तिष्क को केंद्रीत कर पढ़ाई कर सकें, उपलब्ध नहीं करा पाते।

उधर देश में दूसरा रैंक लाने वाली इंदौर की साक्षी ऐरन का ख्वाब एस्ट्रोनॉट बनने का था। साक्षी ने बताया कि 10 वीं के बाद उसने कॉमर्स लेकर अपनी पढ़ाई शुरु की थी। 12 वीं के बाद से ही उसने सीए की तैयारी शुरु कर दी थी। साक्षी एक निजी कंपनी में जॉब करती हैं। काम के साथ-साथ पढ़ाई उन्होंने जारी रखी। लॉकडाउन के दौरान वर्क फ्रॉम होम के साथ ही पढ़ाई पर उन्होंने ज्यादा समय दिया। देश में दूसरा स्थान आने के बाद साक्षी ने USA की चार्टर्ड फाइनेंसियल एनालिस्ट की तैयारी शुरू कर दी है।

परीक्षा में 18वीं रैंक हासिल करने वाले नंदनी के भाई सचिन ने कहा कि छात्रों को पढ़ाई के क्षेत्र में अपने लक्ष्य को हासिल करना है, तो दिमाग को केन्द्रित करना जरूरी है। इसके लिए छात्रों को सबसे पहले सोशल मीडिया से दूर होना पड़ेगा। सचिन और नंदनी ने सीए को पास करने का लक्ष्य बनाते हुए मोबाइल, लैपटॉप से सभी सोशल मीडिया एप्लीकेशंस डिलीट कर दिए थे।

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