रायपुर। शंकराचार्य इंजीनियरिंग काॅलेज में ‘इंजीनियरिंग, साईंस व मैनेजमेंट में सस्टेनेबल रिसर्च’ विषय पर 10-11 जनवरी-2019 को 2 दिवसीय इंटरनेशनल काॅफ्रेंस का आयोजन किया गया। आयोजन में देश-विदेश के विद्वान शामिल हुए. इस मौके पर चेयरमैन आई.पी. मिश्रा ने कहा कि इंजीनियरिंग, साईंस व मैनेजमेंट के क्षेत्र में सतत् विकास अनुसंधान की आवश्यकता है. जरूरी है कि उसके महत्व पर प्रकाश डाला जाए. उन्होने शंकराचार्य इंजीनियरिंग काॅलेज रायपुर द्वारा किये जा रहे रिसर्च कार्यों की प्रशंसा की।
इस अवसर पर विशेषज्ञ एल्सेवियर व स्प्रिंजर सिरीज के एडीटर डाॅ. नीलांजन रे ने अंर्तर्राष्ट्रीय स्तर प्रतिष्ठित शोध पत्रों में प्रकाशन की प्रक्रिया व महत्व पर प्रकाश डाला। प्राचार्य डाॅ. आलोक कुमार जैन ने महाविद्यालय के छात्रों व शिक्षकों द्वारा किये जा रहे शोध-कार्याे की प्रगति व उपलब्धियों की जानकारी दी। समारोह के अंत में काॅफ्रेंस की स्मारिका का अनावरण अतिथियों द्वारा किया गया। काॅफ्रेंस हेतु देशभर से 215 शोध-पत्र प्राप्त हुए, जिनमें से 164 शोध-पत्रों का प्रस्तुति हेतु चयन किया गया।
अंतर्राष्ट्रीय काॅफ्रेंस में 8 समानांतर सत्रों में बुनियादी विज्ञान, इंजीनियरिग, प्रबंधन व नर्सिंग के विभिन्न विषयों में 90 अनुसंधानकर्ताओं ने अपने शोध पेपर प्रस्तुत किए. सभी सत्रों हेतु राष्ट्रीय संस्थानों के प्रतिष्ठित शोधकर्ताओं को सत्र की अध्यक्षता एवं निर्णायक के रुप में आमंत्रित किया गया। चयनित शोध-पत्रों का प्रकाशन अंतर्राष्ट्रीय स्तर के शोध-पत्रों में किया जायेगा। एस.एस.आई.पी.एम.टी., रायपुर के चेयरमेन (शासी निकाय) निशांत त्रिपाठी ने समस्त शिक्षकों व आमंत्रित शोधकर्ताओं की सराहना की और जोर देकर कहा कि एस.एस.आई.पी.एम.टी.,रायपुर सतत् रूप से विभिन्न प्रकार की शोध एवं शिक्षणेत्तर गतिविधियों का आयोजन कर उद्योग एवं शिक्षाजगत् की खाई को पाटने में महती भूमिका निभा रहा है।