रायपुर- जर्मनी से ट्रेनिंग लेकर रायपुर लौटे दो सीनियर डाक्टरों को एहतियात के तौर पर नया रायपुर के सेक्टर 24 में बनाए गए आइसोलेशन वार्ड में रखा गया है. यूरोप में कोरोना वायरस का संक्रमण तेजी से फैल रहा है, लिहाजा डाक्टरों ने भी आइसोलेशन वार्ड में दो दिन रहने की सहमति दी है, जिससे किसी भी संभावित खतरों को टाला जा सके. दोनों डाक्टरों मेकाहारा में पदस्थ हैं.
कोरोना वायरस के बढ़ते प्रकोप के बाद राज्य शासन ने एहतियात बरतने की हिदायत दी थी. सरकार की ओर से जारी एडवायजरी में कहा गया था कि विदेशों से लौटने वाले यात्री जरूरी सावधानियां बरते. यदि कोरोना से जुड़ा कोई भी लक्षण महसूस करे, तो एहतियात बरतते हुए जांच कराए. साथ ही खुद को आइसोलेशन में रखे. लेकिन बीते दिनों कई ऐसे मामले सामने आए, जहां विदेश भ्रमण से लौटे लोगों ने सरकारी एडवायजरी को नजरअंदाज कर दिया. सार्वजनिक स्थलों में नजर आए, लिहाजा सरकार को सख्त एडवायजरी जारी करनी पड़ी.
शासन ने तय कर दिया है कि विदेशों से लौटने वाले सभी यात्रियों को नया रायपुर के सेक्टर 24 में बनाए गए आइशोलेशन वार्ड में रखा जाएगा. भले ही कोरोना वायरस के प्रारंभिक लक्षण ही क्यूं ना नजर आए. दरअसल स्वास्थ्य महकमे के अधिकारी बताते हैं कि आइसोलेशन में रखे जाने के बाद जब जांच रिपोर्ट में यह स्पष्ट हो जाएगा कि कोरोना पाजीटिव नहीं है, तब ही घर जाने की अनुमति दी जाएगी.